एकीकृत ग्रामीण विकास योजना (IRDP) – उद्देश्य, लाभ
ग्रामीणों की रोजगार और स्वरोजगार की व्यवस्था करने के उद्देश्य से IRDP योजना की शुरुआत की थी
एकीकृत ग्रामीण विकास योजना (IRDP): भारत की 60 से 70 प्रतिशत आबादी गांवों में निवास करती है| ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की समय-समय पर विभिन्न तरह की आवश्यकताएं उत्पन्न होती रहती है, जिसमे से सबसे बड़ी आवश्यकता रोजगार की होती है, और अगर वह आस-पास न प्राप्त हो तो ग्रामीण मज़बूरी में शहरों की तरफ पलायन करने लगते है|
इन सभी बातों का ध्यान रखते हुए भारत सरकार ने स्थानीय स्तर पर ही ग्रामीणों की रोजगार और स्वरोजगार की व्यवस्था करने के उद्देश्य से IRDP योजना की शुरुआत की थी, ताकि ग्रामीणों को अपने जन्मभूमि से पलायन न करना पड़े और उन्हें घर, गांव के आस पास ही जीवन यापन के लिए काम मिल जाए|
एकीकृत ग्रामीण विकास योजना (IRDP) क्या है?
एकीकृत ग्रामीण विकास योजना (IRDP) योजना भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक रोजगार और स्वरोजगार प्रोत्साहन योजना है, जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले जरूरतमंद लोगों जैसे ग्रामीण मजदूर, पिछड़े वर्ग, महिलाओं, छोटे खेतिहर किसान आदि के लिए उनके क्षेत्र में ही रोजगार और स्वरोजगार की व्यवस्था करने का प्रयास जाता है| सरकार द्वारा स्वरोजगार प्रारंभ करने के दौरान होने वाले खर्च में सब्सिडी भी प्रदान की जाती है| Integrated Rural Development Program के तहत तालाबों की खुदाई आदि के कार्य भी किए जाते हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाओं का विकास होता है|
IRDP की शुरुआत
एकीकृत ग्रामीण विकास योजना की शुरुआत छठी पंचवर्षीय योजना के दौरान साल 1978 में की गई थी| जिसके तहत पूर्व से चल रही कई योजनाओं को समाहित कर दिया गया था, ताकि सभी योजनाओं का संचालन सम्पूर्ण रूप से किया जा सके| ऐसे इंटीग्रेटेड रूरल डेवलपमेंट प्रोग्राम (IRDP) को साल 1999 में इस योजना को स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना में मिला दिया गया था, मगर यह साथ में चलती रही है|
एकीकृत ग्रामीण विकास योजना (IRDP) के उद्देश्य
- ग्रामीण गरीबों के जीवन स्तर को सुधारना,
- स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना,
- ग्रामीणों का शहरों की तरफ पलायन को रोकना,
- योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेरों में सुविधाओं का विकास,
- गरीबों के हाथों में धन पहुचाना,
- ग्रामीणों को अन्य कार्यों के लिए प्रोत्साहित करके कृषि पर से बोझ को कम करना,
- ग्रामीणों में स्थानीय संसाधनों के माध्यम से पूर्ति करने के लिए प्रेरित करना|
एकीकृत ग्रामीण विकास योजना (IRDP) के लाभार्थी और सब्सिडी
इंटीग्रेटेड रूरल डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले महिलाओं, ग्रामीण कारीगरों, मजदूरों, सीमान्त किसानों, SC/ST और वार्षिक 11 हज़ार से कम कमाने वाले BPL परिवारों को लाभ और सब्सिडी (IRDP SUBSIDY) प्रदान किया जाता है, जोकि अलग-अलग वर्ग के लिए अलग-अलग हैं| छोटे किसानों को 25% सब्सिडी, कृषि मजदूरों को 33%, SC/ST को 50%, विकलांगों को 30% और महिलाओं को 40% सब्सिडी प्रदान की जाती हैं|
एकीकृत ग्रामीण विकास योजना (IRDP) की ऑफिसियल वेबसाइट
एकीकृत ग्रामीण विकास योजना (IRDP) के बारे में अगर आप और भी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो अप इस योजना से संबंधित ऑफिसियल वेबसाइट (IRDP OFFICIAL WEBSITE) पर जाकर इस योजना के बारे में और जानकारी और डाटा इकठ्ठा कर सकते हैं|