Arthgyani
होम > न्यूज > अर्थव्यवस्था समाचार > आरबीआई

आरबीआई ने लक्ष्मी विलास बैंक और इंडियाबुल्स के विलय पर रोक लगाई  

लक्ष्मी विलास बैंक के निदेशकों के खिलाफ 790 करोड़ रुपये का गबन करने का मुकदमा

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने लक्ष्मी विलास बैंक का इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस में विलय के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। बैंक द्वारा शेयर बाजार को दी गई सूचना में कहा कि , ‘RBI ने नौ अक्टूबर 2019 को अपने पत्र के माध्यम से यह बताया कि इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस लि. और इंडियाबुल्स कमर्शियल क्रेडिट लि. का लक्ष्मी विकास बैंक (एलवीबी) के साथ विलय के आवेदन को मंजूरी नहीं दी जा सकती।’बीते अप्रैल में इंडियाबुल्स ने इस विलय की औपचारिक घोषणा की थी।

बता दें कि बैंक ने सात मई 2019 को प्रस्तावित विलय के बारे में आरबीआई से मंजूरी मांगी थी।आरबीआई ने विगत बुधवार को कहा कि इस आवेदन पर विचार नहीं किया जाएगा।जिसका अर्थ है लक्ष्मी विलास बैंक का इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस और इंडियाबुल्स कमर्शियल क्रेडिट लिमिटेड में विलय नहीं होगा।

बता दें  देश के प्रमुख निजी बैंकों में शुमार लक्ष्मी विलास बैंक के निदेशकों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने 790 करोड़ रुपये का गबन करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया था।यह मुकदमा पुलिस ने वित्तीय कंपनी रेलिगेयर फिनवेस्ट की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए किया है।इस मुकदमे को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने सख्त कार्रवाई करते हुए बैंक को पीसीए फ्रेमवर्क में डाल दिया है।

लक्ष्मी विलास बैंक पर 790 करोड़ रुपये की हेराफेरी होने के बाद बैंक ने यह विलय का  फैसला लिया था।बैंक ने बताया कि नेट एनपीए ज्यादा होने, अपर्याप्त कैपिटल टू रिस्क-वेटेड असेट्स रेश्यो (सीआरएआर) और कॉमन इक्विटी टियर 1 (सीईटी1) जैसी वजहों से आरबीआई ने कार्रवाई की। विदित हो कि लक्ष्मी विलास बैंक का मुख्यालय चेन्नई में स्थित है।

दिल्ली पुलिस को लक्ष्मी विलास बैंक के खिलाफ  दी गई अपनी शिकायत में रेलिगेयर ने कहा है कि उसने 790 करोड़ रुपये की एक एफडी बैंक में की थी, जिसमें से हेरा-फेरी की गई है।पुलिस ने कहा कि शुरुआती जांच में ऐसा लग रहा है कि पैसों में हेराफेरी पूरी योजना बद्ध तरीके से की गई है।पुलिस ने बैंक के निदेशकों के खिलाफ धोखाधड़ी, विश्वासघात, हेराफेरी व साजिश का मुकदमा दर्ज किया है।

शेयरों में 20 फीसदी तक की गिरावट:

इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस और लक्ष्मी विलास बैंक के शेयरों में गुरुवार को दोपहर तक के कारोबार में 20 फीसदी तक की गिरावट देखी गई।बीएसई पर इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस दोपहर साढ़े बजे 16.98 फीसदी गिरावट के साथ 199.50 रुपए पर ट्रेड कर रहा था। इससे पहले के कारोबार में इसने 19.83 फीसदी गिरावट के साथ 192.65 रुपए का निचला स्तर छुआ।यह इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस के लिए 52 सप्ताह का निचला स्तर है। वहीं, लक्ष्मी विलास बैंक बीएसई पर पांच फीसदी गिरावट के साथ 25.65 रुपए के निचले सर्किट पर लॉक था।ये गिरावट लक्ष्मी विलास बैंक के लिए 52 सप्ताह का निचला स्तर भी है।