कॉन्ट्रा म्यूचुअल फंड क्या है? इसमें निवेश करना कितना है उचित!
कॉन्ट्रा म्यूचुअल फंड लंबी अवधि के लिए होते हैं

निवेशक जब भी फंड्स में निवेश करने का मन बनाते हैं तब अपने मनपसन्द शेयरों में ही निवेश करते हैं| लेकिन जब आप उन कंपनियों के शेयरों में निवेश करना चाहते हैं जहां कंपनियों के शेयर लोकप्रिय नहीं हैं| वहीं शेयर समय आने पर निवेशक के पक्ष में नहीं हैं। एसी परिस्थितियों से निपटने के लिए आइये जानते हैं कि कॉन्ट्रा म्यूचुअल फंड में निवेश कितना है लाभदायक|
क्या है कॉन्ट्रा म्यूचुअल फंड (Contra Mutual Fund)
कॉन्ट्रा फंड एक तरह से इक्विटी फंड जैसा है| इस फंड में मैनजर इक्विटी फंड्स की तरह कॉन्ट्रा फंड में भी अहम् भूमिका निभाता है| जब बाजार के शेयरों में अच्छा प्रदर्शन नहीं होता है तब ये फंड्स अपना रुझान दिखाते हैं| अंडरपरफॉर्मिंग फंड्स के लिए ये फंड कार्य करते हैं| अर्थात् इस फंड में विविधता देखने को मिलती है| इसमें निवेश की सलाह मैनेजर देता है|
अंडरपरफॉर्मिंग फंड्स पर फंड मैनेजर की नजर
फंड मैनेजर उन संपत्ति को खरीदता है जिनका बाजार में अच्छा प्रदर्शन नहीं है, और ऐसे अंडरपरफॉर्मिंग फंड्स को खरीदकर उन पर निरीक्षण करता है कि भविष्य में इन शेयरों के दाम बढ़ने की कितनी संभावनाएं हैं| दाम बढ़ने के साथ निवेशकों को कितना लाभ होगा| इन सभी कारणों के निवारण के लिए मैनेजर शेयरों की पहचान करने के लिए बाजार पर कड़ी नजर रखता है|
कॉन्ट्रा म्यूचुअल फंड- स्टॉक चुनने के लिए है विश्लेषक
कॉन्ट्रा म्यूचुअल फंड एक स्टॉक चुनने के लिए कंपनियों के ऐसे शेयरों पर बहुत अधिक रिसर्च और विश्लेषण करते हैं जो कि भविष्य में बढ़ने की क्षमता रखते हैं। स्टॉक का चयन इस आधार पर किया जाता है कि निवेशकों की निवेश की गई संपत्ति कितनी स्थिर रहेगी और शेयरों के भाव गिरने के बाद लंबे समय में वास्तविक मूल्य में आ जाएगी। इसका विश्लेषण कॉन्ट्रा म्यूचुअल फंड करता है|
इस फंड में निवेश करना कितना है उचित
यदि निवेशक अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाना चाहते हैं तो ऐसे निवेशकों को कॉन्ट्रा म्यूचुअल फंड में निवेश करना बेहतर है| इसमें फंड मैनेजर की सलाह लेकर निवेश करना आसान रहेगा| जो निवेशक अपने मनपसन्द फंड्स में निवेश ना कर दुसरे फंड्स में निवेश करना चाहते हैं तो कॉन्ट्रा फंड सेफ है| ये फंड लंबी अवधि के लिए होते हैं| कम से कम पांच साल से अधिक समय तक, इस फंड में निवेश करना चाहिए। इसमें विविधीकरण के लिए निवेश किया जा सकता है।
निवेशकों को हमेशा याद रखना चाहिए कि ये फंड अल्पावधि में प्रदर्शन नहीं कर सकते हैं| इसके अलावा, कॉन्ट्रैक्ट फंड आमतौर पर लार्ज-कैप की तुलना में जोखिम भरा होता है| इसलिए इसमें तभी निवेश करें जब आप जोखिम उठाने में सक्षम हैं| आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये फंड्स अल्पावधि में प्रदर्शन नहीं कर सकते हैं| फंड्स की योंजाओं में निवेश करने पर निवेशकों को पता होना चाहिए वे जिस तरह की संपत्ति में निवेश करते हैं। उसका रिजल्ट लंबी अवधि में ही प्राप्त होगा| यदि लंबे समय में अपने मूल मूल्य से कम कीमत पर संपत्ति खरीदते है तो इस फंड्स से बेहतर कोई फंड नहीं है।