जानीये म्युचुअल फंड से तुरंत पैसे निकालने का तरीका
यूनिट को रिडीम करने पर पैसा बैंक अकाउंट में जाता है

हम सभी जानते हैं म्युचुअल फंड निवेश का लोकप्रिय माध्यम है|कैपिटल निवेश के साथ ही साथ एस आई पी के माध्यम से निवेश ने म्युचुअल फंड की लोकप्रियता में इजाफ़ा हुआ है|निवेश का उद्देश्य होता है लाभ अर्जित करना|अर्जित प्रतिलाभ की सरल निकासी भी निवेशक की प्रमुख वरीयता होती है|अक्सर ही निवेशक जानना चाहते हैं म्युचुअल फंड से आवश्यकता पड़ने पर धन निकासी कैसे करें|आज जानते हैं सरल धन निकासी का तरीका|
सरल है धन निकासी की प्रक्रिया:
म्युचुअल फंड से धन प्राप्त करना बेहद आसान है|बता दें कि म्युचुअल फंड्स की यूनिट को रिडीम करने पर तुरंत पैसा आपके द्वारा दिए गये बैंक अकाउंट में जाता है। इसके लिए आपको निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना होता है।जिसके लिए सर्वप्रथम आपको एक ट्रांजैक्शन स्लिप भरनी होगी।इसे फंड हाउस की वेबसाइट से डाउनलोड भी किया जा सकता है। इसे अपने अकाउंट स्टेटमेंट के आखिर से डिटैच कर सकते हैं। इस एप्लिकेशन को फंड हाउस अफसर के पास सबमिट करना होगा। कई फंड हाउस ऑनलाइन भी यह सुविधा देते हैं। अगर आपने ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से म्युचुअल फंड में इन्वेस्ट किया है तो आप ऑनलाइन भी इस सुविधा का फायदा उठा सकते हैं।
कैसे पता करें निवेश की अनुमानित कीमत
निवेश की अनुमानित कीमत जानने के लिए फंड में मौजूद यूनिट्स की संख्या को निकासी के दिन के एनएवी से गुणा करें। हालांकि,यह राशि एग्जिट लोड पर भी निर्भर करती है,(यदि फंड में ये पहले से मौजूद है तो) ।इसके अतिरिक्त रिडेम्पशन रिक्वेस्ट सबमिट करने के दिन, समय और सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स भी अनुमानित कीमत को प्रभावित करते हैं।
फंड्स के आधार पर अलग हैं प्रावधान:
लिक्विड या डेट-ओरिएंटेड यूनिट्स के लिए निकासी की प्रक्रिया दो दिन में पूरी होती है| इक्विटी म्यूचुअल फंड्स से धन निकासी में 4 से 5 दिन लगते हैं|निकासी का अर्थ निवेशक को पैसे मिल जाना होता है|रिडेम्पशन की रकम सीधे निवेशक के बैंक खाते में आ जाती है।फंड हाउस के पास बैंक डिटेल्स जमा नहीं होने की स्थिति में चेक के माध्यम से भुगतान किया जाता है।
ध्यान रखें..
आमतौर पर अधिकतर इक्विटी-ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड स्कीमों में इनको खरीदारी के एक साल के भीतर रिडीम करने पर 1 फीसदी एग्जिट लोड चुकाने का प्रावधान होता है। लिक्विड या अल्ट्राशॉर्ट-टर्म फंड्स जैसी कुछ ऐसी भी स्कीमें हैं जिनमें कोई एग्जिट लोड नहीं होता है। ऐसे में ये ध्यान रखना जरूरी है कि अगर आप कोई इक्विटी म्यूचुअल फंड होल्ड कर रहे हैं और आप इसे एक साल के भीतर रिडीम करना चाहते हैं तो एग्जिट लोड को एनएवी से डिडक्ट किया जाएगा जो कि आपके प्रति यूनिट रिडेम्पशन पर लागू होगा।