RBI का बड़ा तोहफ़ा- दृष्टिबाधित व्यक्ति भी कर सकेंगे नोटों की पहचान
RBI ने एक मोबाइल ऐप ‘मनी’ (MANI) लॉन्च किया जिससे नोटों की पहचान में मदद मिलेगी।

भारतीय रिजर्व बैंक ने नए साल पे दृष्टिबाधित लोगों को एक बड़ा तोहफ़ा दिया है। RBI ने एक मोबाइल ऐप ‘मनी’ (MANI) लॉन्च किया है जिससे दृष्टिहीन लोगों को करेंसी नोटों की पहचान करने में मदद मिलेगी। RBI की इस पहल से देश के करीब 80 लाख नेत्रहीन लोग लाभ उठा सकेंगे।
दरअसल नेत्रहीन लोग अक्सर करेंसी नोट की वैल्यू पहचानने में दिक्कत महसूस करते हैं जिसे देखते हुए बैंकिंग नियामक रिजर्व बैंक ने यह फैसला किया है। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर श्री शक्तिकांत दास ने बुधवार को इस ऐप को पेश किया। इस मौके पर अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
वर्तमान में देश में 10, 20, 50, 100, 200, 500 और 2,000 रुपए के बैंक नोट चलन में हैं। नोट को पहचानने में नेत्रहीनों की मदद के लिए ‘इंटाग्लियो प्रिंटिंग’ आधारित पहचान चिह्न दिए गए हैं। यह चिह्न 100 रुपये और उससे ऊपर के नोट में हैं। रिजर्व बैंक का मानना है कि नेत्रहीन लोगों के लिए नकदी आधारित लेन-देन को सफल बनाने के लिए बैंक नोट की पहचान जरूरी है।
क्या है पूरा प्रोसेस
दृष्टिहीन लोग इस ऐप को एंड्रॉइड प्ले स्टोर और आईओएस ऐप स्टोर से निशुल्क डाउनलोड कर सकते हैं। इससे उन लोगों को नोट पहचानने में काफी मदद मिलेगी। यूज़र्स के इस ऐप को डाउनलोड करने के बाद उसके मोबाइल के कैमरे के जरिये नोट को स्कैन किया जा सकेगा। स्कैन के बाद ऐप बोलकर बताएगा कि नोट कितने का है। हिंदी और अंग्रेजी दोनों में नोट का मूल्य बताया जाएगा। यह ऐप एंड्रॉयड (Android) और आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम्स (IOS) दोनों पर उपलब्ध है।
RBI ने अपने बयान में कहा कि नेत्रहीन लोग इस ऐप के माध्यम से पता कर सकेंगे कि नोट कितने मूल्य का है। इस ऐप की ख़ासियत यह है कि इसे एक बार डाउनलोड करने के बाद यह ऐप ऑफलाइन भी काम करेगा।
लेकिन इस ऐप में एक खामी भी है। यह बात ख़ुद केंद्रीय बैंक ने कहा है कि इस ऐप के जरिये यह पता नहीं लगेगा कि नोट असली है या नकली। उम्मीद की जा रही है कि इसपे भी जल्द ही काम किया जा सकेगा।