देश की इकॉनमी को बढ़ाने में भी मददगार होंगे इलेक्ट्रिक वाहन
प्रदूषण को खत्म करने में इलेक्ट्रिक वाहन का अहम योगदान होगा

देश की इकॉनमी को बढ़ाने में मददगार होंगे ई(इलेक्ट्रिक) वाहन|आने वाले समय में प्रदूषण को खत्म करने में इलेक्ट्रिक वाहन का अहम योगदान होगा |यह सेक्टर आने वाले समय में अहम साबित होगा।ये संबोधन केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने दिया|वे रविवार को दिल्ली स्थित प्रगति मैदान में चल रही इलेक्ट्रिक वाहन की तीन दिवसीय प्रदर्शनी ईवी एक्सपो 2019 के समापन समारोह में बोल रहे थे।
250 से अधिक ई-वाहन कंपनियों ने हिस्सा लिया:
एक्सपो में 250 से अधिक राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय ई-वाहन कंपनियों ने हिस्सा लिया|जिसमें उन्होंने इलेक्ट्रिक व्हीकल के क्षेत्र में आने वाले बदलाव और नई-नई तकनीकों को पेश किया। इस तीन दिवसीय एक्सपो में कई कंपनियों ने अपने नए टू व्हीलर और थ्री व्हीलर मॉडल्स भी लांच किए।एक्सपो का प्रमुख आकर्षण रहा सोनी इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनीका इलेक्ट्रिक फूड ट्रक| कंपनी के अनुसार ये खाद्य व्यापारियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा |एक्सपो के अंतिम दिन रविवार को माइक्रोटेक और ओकाया जैसी नामचीन बैटरी कंपनियों ने अपनी लिथियम आयन बैटरीज की रेंज पेश की। इस मेले में लोगों ने इलेक्ट्रिक वाहनों कि नई अत्याधुनिक तकनीकों के बारे में जाना।जबकि ई-वाहन डीलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स ने सौदे संबंधी जानकारी हासिल की।इस अवसर पर अनुराग ठाकुर ने एक्सपो के आयोजक अनुज शर्मा के इन सार्थक प्रयासों की सराहना की और देश के एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए बधाई दी।
ये भी जानीये:
नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय सड़कों पर 79% दोपहिया वाहन हैं|वहन योग्य लागत को देखते हुए कारों की तुलना में दोपहिया वाहनों हेतु छोटी बैटरी की आवश्यकता होगी। इसलिये भारत में ली-आयन सेल (Li-ion Cells) के निर्माण किये जाने की आवश्यकता है। वर्तमान में इन सेल्स का आयात कर उन्हें बैटरी में संकलित किया जाता है। बता दें कि केंद्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी कई बार ई वाहन के प्रोत्साहन की बात कह चुके हैं| उनके अनुसार भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की सामूहिक स्वीकृति बढ़ाने हेतु उच्च संख्या में कारों के बजाय दोपहिया वाहनों को प्रोत्साहन दिया जाएगा क्योंकि भारत का मोबिलिटी बाज़ार दोपहिया वाहनों द्वारा ज़्यादा संचालित है।