देश की GDP वृद्धी दर में 5 फीसदी गिरावट का अनुमान: SBI
केंद्र सरकार 29 नवंबर को दूसरी तिमाही के लिए जीडीपी दर जारी करेगी

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने चालू वित्त वर्ष 2019-20 में भारत के सकल घरेलू उत्पादन (GDP) ग्रोथ की दर 5 फीसदी गिरावट का अनुमान लगाया है| इससे पहले भी SBI ने देश की GDP वृद्धी दर को 6.1% होने का अनुमान बताया था| भारतीय स्टेट बैंक के आर्थिक अनुसंधान विभाग की एक रिसर्च रिपोर्ट में यह जीडीपी दर में बड़ी गिरावट का अनुमान लगाया गया है| SBI का कहना है कि ऑटो सेक्टर में मांग की कमी, एयर ट्रैफिक घटने, कोर सेक्टर की कमजोर वृद्धि दर और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में निवेश के घटने की वजह से GDP की वृद्धी दर में कमी का कारण है|
केंद्र सरकार दूसरी तिमाही के लिए जीडीपी की दर 29 नवंबर को जारी करेगी। RBI की रिपोर्ट के अनुसार आर्थव्यवस्था की वृद्धि दर वित्त वर्ष 2020-21 में 5 फीसदी से बढ़कर 6.2 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी। अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक दिसंबर में होने वाली मौद्रिक समीक्षा बैठक में ब्याज दरों में और भी कटौती कर सकती है। पिछले महीने रिजर्व बैंक ने नीतिगत दर (रेपो) में 0.25 फीसदी की कटौती की|अर्थात् 5वीं बार इस तरह से नीतिगत दर में कटौती की गयी है|
केंद्रीय बैंक ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिये आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को भी 6.9 प्रतिशत से घटाकर 6.1 प्रतिशत कर दिया है| अक्टूबर 2018 में 33 प्रमुख संकेतकों में वृद्धि की रफ्तार 85 प्रतिशत रही जो सितंबर 2019 में केवल 17 प्रतिशत रह गयी| वहीं मार्च 2019 से गिरावट में तेजी आयी है|
कुछ दिनों पहले इंटरनेशनल रेटिंग एजेंसी MOODYS ने भारत की कमजोर आर्थिक गतिविधियों को देखते हुए जीडीपी ग्रोथ दर के घटने का अनुमान लगाया था। वित्त मंत्री ने रेटिंग एजेंसी के इस बयान पर जवाब देते हुए बताया कि भारत अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ने वाला देश है| भारत तुलनात्मक स्तर पर काफी ठोस है|अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा फंड (IMF) के अनुसार, भारत साल 2019 में 6.1 फीसदी और साल 2020 में 7 फीसदी की दर से विकास करेगा|