नवंबर में बढ़ा सोने का आयात
अंतर्राष्ट्रीय बाजार की नरमी से चमका सोना

भारत में शादियों का मौसम सोने की खरीददारी का मौसम माना जाता है|शादियों और त्योहारों में सोना खरीदना शुभ माना जाता है|भारत में प्राचीन काल से ही सोने को सम्पन्नता और वैभव का प्रतीक माना जाता है|देश में प्रत्येक शुभ कार्य सोने के बिना संपन्न नहीं माना जाता| शायद यही वजह है कि बीते 5 महीनों में आयात की कमी के बाद नवंबर में सोने का आयात बढ़ता नजर आया| न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक भारत ने नवंबर में 78 टन सोना आयात किया जो मई के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है|मई में भारत ने 106 टन सोने का आयात किया था|
क्या कहते हैं आंकड़े?
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन यानी आईबीजेए के आंकड़ों के अनुसार देश में सोने का आयात चालू वित्त वर्ष में अप्रैल में 92 टन, मई में 106 टन, जून में 60 टन, जुलाई में 29 टन, अगस्त और सितंबर में 27-27 टन, अक्टूबर में 31 टन जबकि नवंबर में 78 टन रहा| सोने पर आयात शुल्क बढाने के बाद आयात में गिरावट नजर आयी जो नवंबर में कम होती नजर आयी| इस साल जनवरी से लेकर नवंबर तक भारत ने 618 टन सोने का आयात किया गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में सोने का आयात 684 टन हुआ था|आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में सोने के आयात में कमी आयी है| बता दें कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने जुलाई में वित्त वर्ष 2019-20 का पूर्ण बजट पेश करते हुए सोने पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी करने की घोषणा की थी|
कीमतों में नरमी से आयात में वृद्धि:
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत कम होने का प्रभाव भारत में आयात पर पड़ा है| इस विषय को स्पष्ट करते हुए इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के नेशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता के मुताबिक दिवाली पर सोने की अच्छी लिवाली रही और उस समय जो स्टॉक में कमी आई उसकी भरपाई हुई है, इसलिए आयात में बढ़ोतरी हुई है| जबकि, केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने बताया कि पिछले महीने सोने की कीमतों में नरमी रहने के कारण आयात में वृद्धि हुई है|
महंगा सोना घटा आयात:
आयात शुल्क बढ़ने के साथ ही साथ अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने की बढ़ी कीमतों का प्रभाव भी आयात में कमी का एक बड़ा कारण माना जा सकता है|विदित हो जुलाई के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के दाम में जबरदस्त उछाल आया, जिसके कारण सोने का आयात घट गया| एक जुलाई को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 1,400 डॉलर प्रति औंस था, जबकि 31 अक्टूबर को 1,514 डॉलर प्रति औंस था| इन चार महीनों की अवधि के दौरान चार सितंबर को सोने का भाव 1,566 डॉलर प्रति औंस तक उछला|जबकि नवंबर में सोने का भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1,448.90 डॉलर प्रति औंस तक गिरा| सोने की कीमतों का प्रभाव निश्चित रूप से आयात को प्रभावित करता है|