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विवादों में रहे CSB बैंक का कल आ रहा है IPO

385 करोड़ रुपए जुटाने का है लक्ष्य

केरल के सीएसबी बैंक का आईपीओ शुक्रवार यानी 22 नवंबर को खुलेगा| इसकी जानकारी बैंक ने प्रेस को दी| इस बैंक को पहले कैथोलिक सीरियन बैंक के नाम से जाना जाता था| रिजर्व बैंक के सूचीबद्धता के नियमों का अनुपालन करते हुए यह इश्यू पेश किया जा रहा है| इस इश्यू में 410 करोड़ रुपए के शेयर बिक्री के लिए पेश किए जाएंगे| इस पेशकश के तहत 24 करोड़ रुपए के फ्रेश शेयर पेश किए जाएंगे|  इसके अलावा मौजूदा शेयरधारक 1.97 करोड़ शेयर बेचने वाले हैं, जिसके जरिए कुल 385 करोड़ रुपए जुटाए जाएंगे| 

193 से 195 रुपए का है प्राइस बैंड

इस IPO के लिए 193-195 रुपए का प्राइस बैंड तय किया गया है| इन सभी शेयरों की फेस वैल्यू 10 रुपए की है| यह आईपीओ 22 नवंबर यानी कल खुलेगा और इसे 26 नवंबर तक सब्सक्राइब किया जा सकता है| सीएसबी बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी सीवीआर राजेंद्रन ने कहा कि तीन बीमा कंपनियां HDFC लाइफ, रिलायंस निपॉन लाइफ इंश्योरेंस और ICICI प्रूडेंशियल अपनी कुल छह फीसदी हिस्सेदारी बेच रही हैं| फेडरल बैंक भी अपनी बची 1.68 फीसदी हिस्सेदारी बेच कर बैंक से पूर्णतः निकासी कर रहा है| 

प्रमोटरों को अपनी हिस्सेदारी घटाकर 40% तक है लाना 

इस इश्यू के बाद बैंक के प्रमोटर फेयरफैक्स इंडिया होल्डिंग्स कॉर्पोरेशन की हिस्सेदारी 50.09 फीसदी से घटकर 49.73 फीसदी तक लुढ़क जाएगी|आपको बता दें की पिछले साल ही प्रेम वत्स की कंपनी फेयरफैक्स इंडिया होल्डिंग्स कॉर्पोरेशन (Fairfax India Holdings Corporation) को सीएसबी बैंक की प्रमुख हिस्सेदारी खरीदने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक से विशेष अनुमति मिली थी| इस बैंक का मुख्यालय केरल के त्रिसूर में है| वत्स ने लिस्टिंग की शर्त पर ही बैंक को खरीदा था| इस इश्यू में नए शेयरों की हिस्सेदारी छोटी है, जिसके चलते प्रमोटर हिस्सेदारी में ज्यादा बदलाव नहीं हो रहा है| राजेंद्रन ने कहा कि रिजर्व बैंक के प्रावधानों के तहत प्रमोटरों के पास अपनी हिस्सेदारी 40 फीसदी तक घटाने के लिए अगले पांच साल का समय होगा|  इसी तरह उन्हें अगले 15 साल में इसे 15 प्रतिशत पर लाने की जरूरत होगी| बैंक का प्रयास सितंबर 2019 तक ही सूचीबद्ध होने का था मगर कुछ तकनिकी कारणों से इसे लाने में दो महीने की देरी हुई| 

मुख्यतः गोल्ड लोन का करता है कार्य

राजेंद्रन के अनुसार, बैंक मुख्यत: गोल्ड लोन देता है, जो इसकी कुल लोन बुक का 33 फीसदी हिस्सा है| बैंक अब छोटे बिजनेस को कर्ज देने पर भी जोर देगा, ताकि अपने लिए भविष्य में एक नई और मजबूत इकाई तैयार कर सके| 

बैड लोन के सन्दर्भ में बात करते हुए राजेंद्रन ने बताया की CSB बैंक कॉर्पोरेट लोन की मात्रा को भी 25 फीसदी से घटाकर 15 फीसदी करने का विचार कर रहा है| एसेट क्वालिटी के लिहाज से बैंक अच्छा नजर आता है| राजेंद्रन के अनुसार, 31 से 89 दिनों तक बकाया कर्ज मात्र 160 करोड़ रुपए ही है| साथ ही दबाव से जूझ रहे Non Banking Financial Company (NBFC) सेक्टर के सिर्फ एक ही कंपनी को बैंक ने कर्ज दिया हुआ है| 

44 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट कमाया था

न्यूज़18 की रिपोर्ट के अनुसार इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में CSB ने 44 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट कमाया था| उनके अनुसार, बैंक आने वाले समय में 425 नई शाखाएं खोलने का प्रयास कर रही हैं| बैंक का मुख्य जोर अभी भी दक्षिण भारत ही है और वह नए शाखाएं भी केरल के निकटवर्ती इतर दक्षिण भारत और पश्चिमी इलाकों में ही खोलेगी| 

अपने नाम को लेकर रहा था विवादों में 

केरल स्थित प्राइवेट सेक्टर की बैंक  (Catholic Syrian Bank) का नाम बदल गया है| अब इसका नाम सीएसबी (CSB) बैंक हो गया है| आइए जानें की आखिर क्यों कैथोलिक सीरियन बैंक (Catholic Syrian Bank) को अपना नाम बदलना पड़ा! 

1) इस बैंक ने ‘सीरिया’ युद्ध की वजह से अपना नाम बदला है| दरअसल  बैंक के नाम में जुड़े शब्‍द ‘सीरिया’ की वजह प्रवासी भारतीय (NRI ग्राहक) विदेशों से अपने खातों में पैसे ट्रांसफर नहीं कर पा रहे थे| कारण यह था की युद्धग्रस्‍त पश्चिमी एशियाई देश सीरिया के हालात देखकर बहुत से विदेशी बैंकों ने सीरिया को अपने यहां बैन किया हुआ है| इसलिए विदेशी बैंक कैथलिक सीरियन बैंक में सीरिया शब्‍द देखते ही उसे अपने आप फिल्‍टर कर देते थे| इससे उसके ग्राहकों को बहुत परेशानी का सामना करना पर रहा था और बहुत से NRI ग्राहकों ने कैथोलिक सीरियन बैंक से खुद को अलग कर लिया था| 

2) बैंक की ओर से हालिया बयान में बताया कि वह साल 2015 में ही नाम बदलने के लिए आरबीआई के सामने आवेदन कर रहा है| बैंक का कहना है कि बहुत से आयतकों और निर्यातकों को भी मुसीबतों का सामना करना पड़ा है क्‍योंकि बैंक के लेटर ऑफ क्रेडिट को दूसरे बैंक स्‍वीकार नहीं कर रहे थे| इसीलिए बैंक ने नाम से ‘सीरियन’ शब्‍द हटा दिया है| यह 10 जून 2019 से लागू हो चुका है| 

अब कल यानी 22 नवंबर को जब CSB बैंक का आईपीओ आता है तो निवेशक कैसी प्रतिक्रिया देते हैं, इस बात का इंतज़ार है|