निवेशकों की वरीयता SIP के साथ
दिसंबर 2019 में 8518.47 करोड़ रुपये का निवेश

सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) म्युचुअल फंड के लोकप्रिय निवेश विकल्प बन चुका है|amfi की रिपोर्ट के अनुसार विगत कुछ सालों से निवेशक एसआईपी को वरीयता दे रहे हैं| SIP ने आम निवेशक के म्युचुअल फंड में निवेश को आसान बना दिया है| निवेशक एसआईपी के माध्यम से बेहद कम पैसों से म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं| निवेशक को सुविधा प्रदान करने के लिए एसआईपी में बहुत से उपयोगी विकल्पों का समावेश किया गया है|शायद यही कारण है कि बीते साल महीनेवार एसआईपी में निवेश बढ़ा है|
दिसंबर 2019 में 8518.47 करोड़ रुपये का निवेश:
सिस्टेमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान( सिप) 2019 में म्युचुअल फंडों में निवेश के लिए पहली पसंद बना हुआ है| एम्फी के आंकड़ों अनुसार दिसंबर 2019 में खुदरा निवेशकों ने म्यूचुअल फंडों में सिप के जरिये 8518.47 करोड़ रुपये का निवेश किया|ये पहला मौका है जब खुदरा निवेशकों ने एक महीने में इतनी रकम सिप के जरिये म्यूचुअल फंडों में निवेश की है| मासिक आधार पर इसमें 3 फीसदी की बढ़त देखने का मिली है| म्युचुअल फंड कंपनियों के संस्था एम्फी के आंकड़ों के अनुसार नवंबर 2019 में म्युचुअल फंडों में सिप जरिये 8273 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था|यह सालाना आधार पर 6 फीसदी ज्यादा था|
दिसंबर में खुले 3.71 लाख खाते:
Amfi के अनुसार बीते कैलेंडर वर्ष 2019 के अंत तक म्युचुअल फंड में कुल एसआईपी खातों की संख्या 2.97 करोड़ थी|दिसंबर में कुल 9.62 लाख सिप अकाउंट खुले|जबकि, इसी महीने में 5.91 लाख अकाउंट बंद भी हुए| इस तरह दिसंबर में अकाउंट खुलने की कुल संख्या 3.71 लाख रही| इस विषय में जानकारी देते हुए एम्फी के चीफ एक्जीक्यूटिव एनएस वेंकटेश ने कहा, ”जो सिप अकाउंट बंद हुए हैं, उनमें मैच्योर हुए सिप फोलियो भी शामिल हैं| 31 दिसंबर, 2019 तक सिप का मौजूदा एयूएम 3.17 लाख करोड़ रुपये था| निवेश में बढ़त के कारण म्युचुअल फंड का एसेट अंडर मैनेजमेंट अपने सर्वाधिक स्तर तक जा पहुंचा है|एम्फी के अनुसार इंडस्ट्री का औसत एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 26.94 लाख करोड़ रुपये हो गया है|मासिक आधार पर देखें तो एयूएम में 1.17 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है|