न्यू बिजनस ग्रोथ ने दिसंबर में दिखाया कमाल, 3 साल में सबसे ज्यादा
टिकाऊ इकनॉमिक भी पांच महीने के ऊपरी लेवल पर पहुंच गई।

सोमवार को जारी एक सर्वे में कहा गया है कि बीते 3 सालों में सबसे ज़्यादा बिजनस ग्रोथ दिसंबर 2019 में हुई है। न्यू बिजनस ग्रोथ अक्टूबर 2016 के बाद सबसे तेज उछाल के साथ 38 महीने के हाई पर पहुंच गई जबकि उनकी टोटल सेल्स दिसंबर में लगातार तीसरे महीने में बढ़ी है। वहीँ टिकाऊ इकनॉमिक पांच महीने के ऊपरी लेवल पर पहुंच गई।
IHS मार्किट इंडिया सर्विसेज बिजनस ऐक्टिविटी इंडेक्स दिसंबर में 53.3 पर रहा जो नवंबर में 52.7 था। सर्विसेज आउटपुट जुलाई में 53.8 के लेवल पर रहा था। यह इंडेक्स जब 50 से नीचे रहता है तब नेगेटिव होता है जबकि इससे ऊपर पॉजिटिव होता है। HS मार्किट की प्रिंसिपल इकनॉमिस्ट पॉलियाना डे लीमा कहती हैं, ‘इंडियन सर्विसेज सेक्टर को सितंबर और अक्टूबर में कमजोर प्रदर्शन से रिकवर करते हुए देखना उत्साहवर्धक है।
मुख्य बिंदु
- रोजगार सृजन लगातार बढ़ता हुआ अगस्त के बाद सबसे तेज रफ्तार के साथ 28 महीने के हाई पर पहुंच गया।
- दिसंबर में मैन्युफैक्चरिंग ऐक्टिविटी सात महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी
- दिसंबर में सेलिंग चार्ज में सबसे तेज ग्रोथ ट्रांसपॉर्ट और स्टोरेज फर्म्स की रही।
- दिसंबर में इनपुट कॉस्ट बढ़ोतरी के कारण फूड, फ्यूल, मेडिकल प्रॉडक्ट्स और ट्रांसपॉर्ट स्पेस में ज्यादा चार्ज रहा।
इंडियन सर्विसेज फर्म्स का अनुमान है कि 2020 में मार्केटिंग पर फोकस बढ़ाने और अनुकूल आर्थिक स्थितियों के चलते बिजनस ऐक्टिविटी को बढ़ावा मिल सकता है। पिछले हफ्ते आई एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर में मैन्युफैक्चरिंग ऐक्टिविटी सात महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी। कुल मिलाकर प्राइवेट सेक्टर की ऐक्टिविटी दिसंबर में लगातार दूसरे महीने और जुलाई के बाद सबसे तेज रफ्तार से बढ़ी।
HS मार्किट की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘सर्वे में शामिल कंपनियां इंडेक्स में बढ़ोतरी को मार्केट की स्थिति में आए सुधार और न्यू बिजनस ग्रोथ से जोड़कर देख रही हैं।’ दिसंबर में सेलिंग चार्ज में सबसे तेज ग्रोथ ट्रांसपॉर्ट और स्टोरेज फर्म्स की रही। दिसंबर में इनपुट कॉस्ट में बढ़ोतरी होने की वजह फूड, फ्यूल, मेडिकल प्रॉडक्ट्स और ट्रांसपॉर्ट स्पेस में ज्यादा चार्ज रहा।