प्याज़ कारोबारियों के गोदामों व दुकानों पर छापेमारी
छापेमारी के बाद प्याज़ के दाम में 5 रुपये से लेकर 10 रुपये प्रति किलो की गिरावट

बीते कुछ दिनों से प्याज़ के दामों ने आम लोगो के खान-पान में प्याज़ के इस्तेमाल को एक सोचने वाला मुद्दा बना रखा है। देशभर में प्याज़ की क़ीमत 100 रूपये तक पहुँच गयी। ज्ञातव्य हो कि प्याज़ की महंगाई को क़ाबू करने के लिए भारत सरकार एक लाख टन प्याज़ आयात करने का फ़ैसला लिया जिसकी कई खेप आने के बावजूद भी प्याज़ के दामों में कमी नही आ रही थी।
इनकम टैक्स की टीमों ने प्याज़ बाज़ार में कालाबाज़ारी की आशंका के चलते 100 से अधिक ठिकानों पर एक साथ प्याज़ कारोबारियों के ख़िलाफ़ देशव्यापी छापेमारी शुरू की। सूत्रों ने बताया कि प्याज़ की आवक बढ़ने के बावजूद दाम बढ़ने के पीछे जमाखोरी व सट्टेबाजी की जानकारी पर आयकर विभाग ने देशभर में प्याज़ कारोबारियों के प्रतिष्ठानों पर 11 नवम्बर से छापेमारी शुरू की, जो अभी भी जारी रही।
कारोबारियों के गोदामों व दुकानों पर देशव्यापी छापेमारी के बाद मंडियों में घबराहट के बीच प्याज़ के दाम में 5 रुपये से लेकर 10 रुपये प्रति किलो की गिरावट दर्ज़ की गई।
महत्वपूर्ण तथ्य
- देशभर में प्याज़ बाज़ार में कालाबाज़ारी की आशंका पर गोदामों व दुकानों पर छापेमारी जारी।
- आयकर विभाग को आशंका है बाज़ार में प्याज़ स्टाक किया जा रहा है और उसे दाम बढ़ाकर बेचा जा रहा है।
- प्याज़ की क़ीमतों को नियंत्रित करने के लिए एक लाख टन प्याज़ के आयात करने का सरकार का फ़ैसला।
- एमएमटीसी 15 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच आयातित प्याज़ देश में वितरण के लिए उपलब्ध करवा रही है।
- नैफेड को देश के हर हिस्से में प्याज़ का वितरण करने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।
- छापेमारी के बाद प्याज़ के दाम में 5 रुपये से लेकर 10 रुपये प्रति किलो की गिरावट दर्ज़ की गई।
विदेश व्यापार करने वाली देश की सबसे बड़ी सरकारी कंपनी एमएमटीसी ने प्याज़ आयात के दो टेंडर भी जारी कर दिए हैं। केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने ट्वीट के माध्यम से बताया कि सरकार ने एक लाख टन प्याज़ आयात करने का फ़ैसला लिया है। उन्होंने कहा, “सरकार ने प्याज़ की क़ीमतों को नियंत्रित करने के लिए एक लाख टन प्याज़ के आयात का फ़ैसला लिया है। एमएमटीसी 15 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच आयातित प्याज़ देश में वितरण के लिए उपलब्ध करवा रही है और नैफेड को देश के हर हिस्से में प्याज़ का वितरण करने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।”
इस छापेमारी का मक़सद बाज़ार में प्याज़ के स्टाक को चेक करना है। सूत्र बताते हैं कि इनकम टैक्स विभाग छापेमारी से ये पता करना चाहता है कि प्याज़ के थोक कारोबारियों के पास प्याज़ का कितना स्टाक है और रिटेल विक्रेताओं के पास कितनी प्याज़ है। विभाग को आशंका है कि बाज़ार में प्याज़ स्टाक किया जा रहा है और उसे दाम बढ़ाकर बेचा जा रहा है। उम्मीद है जल्द ही प्याज़ के दाम नियंत्रित होंगे।