2020 मे शानदार रिटर्न देगी गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड
AGR ने नहीं माँगा बकाया तो बेहतरीन रिटर्न देगी GAIL

गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) के शेयरों में लॉन्ग टर्म प्राइस टू अर्निंग ऐवरेज के मुकाबले 38% डिस्काउंट पर ट्रेड हो रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि इसके शेयरों से 2020 में अच्छा रिटर्न मिल सकता है। बशर्ते इसे डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्युनिकेशंस (DoT) की तरफ से AGR के बकाये के रूप में मांगे गए 1.7 लाख करोड़ रुपये के पेमेंट मामले में राहत मिल जाए। नैचुरल गैस की मार्केटिंग करने वाली सरकारी कंपनी गेल को देश में घरेलू गैस और एलएनजी प्रॉडक्शन में बढ़ोतरी का सबसे ज्यादा फायदा होगा।
लेकिन खासतौर पर बिजनस सेगमेंट्स की संभावित रिस्ट्रक्चरिंग, उम्मीद से कमजोर रिटर्न और AGR (Adjusted Gross Revenue) से जुड़ी हालिया डिमांड वगैरह को लेकर पिछले एक साल में कंपनी के शेयरों में 17% की कमजोरी आई है। DoT ने सुप्रीम कोर्ट की तरफ से एजीआर की व्यापक परिभाषा दिए जाने के बाद कंपनी के सामने बकाया पेमेंट की डिमांड रखी है। इसके आधार पर टेलिकॉम लाइसेंस होल्डर्स को सरकार को लाइसेंस फीस अदा करना होता है।
गेल को उत्पादन बढ़ने का मिल सकता है फायदा
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशल सर्विसेज के हेड ऑफ रिसर्च सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘हमारा मानना है कि गेल को देश में गैस और एलएनजी का उत्पादन बढ़ने का फायदा मिल सकता है। इंडस्ट्रियल पलूशन से जुड़े नियम सख्त किए जाने से लॉन्गर टर्म में ट्रांसमिशन सेगमेंट को मदद मिलेगी। अगर कंपनी को DoT की AGR डिमांड मामले में राहत नहीं मिलती है उसके ऊपर भारी वित्तीय दबाव बन सकता है। गेल के शेयरों में अभी जो कमजोरी है उसकी वजह DoT-AGR इश्यू को लेकर बाजार का रिऐक्शन हो सकता है।
बीएसई पर 125.70 रुपये के बंद भाव के हिसाब से वित्त वर्ष 2021 के अनुमानित EBITDA के छह गुना पर ट्रेड हो रहा है, जो 7.4 के पिछले पांच साल के औसत से 19% कम है। P/E रेशियो के हिसाब से इसमें एक साल आगे के अनुमानित ईपीएस के 8.7 गुना पर ट्रेड हो रहा है जो 10 साल के लॉन्ग टर्म एवरेज 14 P/E के मुकाबले 38% डिस्काउंट पर ट्रेड हो रहा है। FY19 में कंपनी ने 35% का डिविडेंड पेआउट रेश्यो बनाए रखा है जिससे इसकी यील्ड 3.2% रही है।
- फाइनेंसियल ईयर 2019 में कंपनी ने 35% का डिविडेंड पेआउट रेश्यो बनाए रखा है।
- वित्त वर्ष 2020-22 में कंपनी का EBITDA 14% की चक्रवृद्धि दर से बढ़ सकता है।
- कंपनी के EBITDA में ट्रांसमिशन सेगमेंट का योगदान अहम है।
- फाइनेंसियल ईयर 2022 में सेल्स ग्रोथ 13.5 करोड़ वर्ग घन मीटर रोजाना बने रहने की संभावना है।