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भारत की उपभोक्ता मांग तुलनात्मक रूप से बेहतर है:राजनाथ सिंह

देश जल्दी ही इस कठिन स्थिति से बाहर आएगा

वैश्विक आर्थिक मंदी के बावजूद भारत इससे प्रभावित नहीं हुआ क्योंकि अन्य देशों के मुकाबले भारत की उपभोक्ता मांग तुलनात्मक रूप से बेहतर है। हम निश्चित रूप से इस कठिन स्थिति से बाहर आ जाएंगे। ये बातें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय महावाणिज्य दूतावास द्वारा शैक्षणिक संगठन एशिया सोसाइटी में आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित करते हुए यह बात कही। वे अमेरिका में प्रस्तावित अमेरिका-भारत 2 plus 2 मंत्री स्तरीय वार्ता के लिये सोमवार को वाशिंगटन पहुंचे हैं| बता दें मंत्री स्तरीय ये वार्ता वाशिंगटन में 18 दिसंबर को होगी।

वैश्विक आर्थिक नरमी से कुछ हद तक भारत प्रभावित:

अपने संबोधन के दौरान रक्षा मंत्री ने वैश्विक आर्थिक नरमी से भारत के प्रभावित होने की बात को स्वीकार किया|अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि फिलहाल दुनिया भर में आर्थिक नरमी की चर्चा है। ‘‘मैं भी स्वीकार करता हूं कि वैश्विक आर्थिक नरमी है और भारत भी इससे कुछ हद तक प्रभावित हुआ है। लेकिन मैं पूरे भरोसे के साथ कह सकता हूं कि भारत कुछ ही महीनों में इस कठित स्थिति से निकल आएगा।’’

सरकार के प्रयासों की प्रशंसा की:

आर्थिक सुस्ती पर मोदी सरकार के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि देश जल्दी ही इस कठिन स्थिति से बाहर आएगा।भारतीय मूल के लोगों को आश्वस्त करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि यह भारत के लिये कोई बड़ी चिंता की बात नहीं है क्योंकि सरकार ने कई बड़े कदम उठाये हैं और आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये आर्थिक पैकेज की घोषणा की है।सरकार ने कई संरचनात्मक और प्रक्रियागत सुधार किये हैं जिसका प्रभाव अब दिख रहा है।

विनिर्माण क्षेत्र में नरमी है:

भारत की जीडीपी कि गिरावट पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भारत की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में महत 4.5 प्रतिशत रही। वृद्धि दर लगातार छह तिमाही से घट रही है।इसका प्रमुख कारण मांग कम होने से विनिर्माण क्षेत्र में नरमी है।इसके समाधान पर विचार रखते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि,हम केवल उपभोक्ता मांग में वृद्धि कर वैश्विक आर्थिक वृद्धि का सामना कर सकते हैं और उससे निपट सकते हैं।

दौरे का उद्देश्य:

रक्षा मंत्री के अमेरिका दौरे के दूरगामी व व्यापक उद्देश्य हैं| इन उद्देश्यों में भारत के रक्षा हितों का संवर्धन सर्वप्रथम है| वे इस आशय से 18 दिसंबर को आयोजित बैठक में अपने समकक्ष अमेरिकी विदेश मंत्री माइकल पोम्पियो ओर रक्षा मंत्री मार्क एस्पर के साथ मंत्री स्तरीय वार्ता करेंगे|इस वार्ता में उनके साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद रहेंगे|