म्युचुअल फंड दिलाएगा आसान लोन
जानते म्युचुअल फंड से जुड़े लोन के विषय में

वर्तमान अर्थ आधारित जीवन शैली में लोन की आवश्यकता सभी को होती है|कई बार अपरिहार्य परिस्थितियों में हम सभी लोन की तलाश करते हैं|बैंकों की भागदौड और तमाम गैरजरूरी प्रक्रिया जिससे लोन मिलना मुश्किल होता है|मिल भी गया तो ब्याज दर जैसी समस्याओं का उचित समाधान कई बार नहीं मिलता|आपको अगर अल्पकालीन ऐसा लोन चाहिए तो म्युचुअल फंड आपकी ये मुश्किल भी आसान कर सकता है|म्युचुअल फंड की लोकप्रियता का असल कारण इसके ये उपयोगी फीचर हैं| आज जानते म्युचुअल फंड से जुड़े लोन के विषय में|
अल्पकालीन कर्ज में उपयोगी मदद:
म्युचुअल फंड के निवेशकों को कई बार तीन महीने या छह महीने के लिए कर्ज की जरूरत पड़ती है।ऐसी जरूरत को पूरा करने के लिए निवेशक अपने म्युचुअल फंड के यूनिट्स के बदले कर्ज ले सकते हैं।इस जरूरत को पूरा करने के लिए निवेशक को म्युचुअल फंड में अपनी यूनिट्स भुनाने की जरूरत नहीं होती|
कैसे प्राप्त करें लोन?
कई ऑनलाइन पोर्टल म्युचुअल फंड लोन के प्री-अप्रूवल की सुविधा देते हैं।म्युचुअल फंड डीमैट फॉर्म में होने पर प्रक्रिया काफी आसान है|यूनिट्स फिजिकल फॉर्म में होने की दशा में लोन लेने के लिए निवेशक को फाइनैंसर से लोन ऐग्रिमेंट करना होगा। फाइनैंसर म्यूचुअल फंड रजिस्ट्रार को लिखेगा।रजिस्ट्रार लोन की राशि के सापेक्ष यूनिट्स की निश्चित संख्या पर गिरवी रखने का निशान लगा देगा।बता दें आमतौर पर गिरवी यूनिट्स के मुल्य का लगभग 60-70 % लोन स्वीकृत होता है|
क्या होगा लाभ?
म्युचुअल फंड यूनिट पर लोन लेने का सबसे बड़ा लाभ है कि इसके लिए आपको अपनी यूनिट्स बेचनी नहीं पड़ती। आपके फंड पर आपका मालिकाना अधिकार सुरक्षित बना रहता है|अन्य सभी लोन की अपेक्षा आपको अपेक्षित धन जल्दी उपलब्ध होता है| इस लोन पर आपको 10.5-12 पर्सेंट की ब्याज दर देनी पड़ती है| इक्विटी ओरिएंटेड म्युचुअल फंड की रिटर्न के मुकाबले ये ब्याज दर काफी कम है| कर्ज चुकाने के बाद फाइनैंसर फंड हाउस को लेटर भेजकर इन्हें गिरवी मुक्त करने को कहेगा।जिसके बाद आप अपने निवेश का पूर्ववत लाभ ले सकेंगे| इस कर्ज से आपकी निवेश योजना पर कोई असर न पड़ना इस लोन का सबसे बड़ा लाभ कहा जा सकता है|