विप्रो का तीसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 2,456 करोड़ रुपये रहा
पिछली तिमाही की तुलना में इस लाभ ने 2.17 प्रतिशत गिरावट दर्ज़ की है

जानीमानी आईटी कंपनी विप्रो का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में 2,455.9 करोड़ रुपये रहा।हालाँकि पिछली तिमाही की तुलना में इस लाभ ने 2.17 प्रतिशत गिरावट दर्ज़ की है क्योंकि पिछले साल इसी तिमाही में उसने 2,510.4 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था।
मंगलवार को विप्रो ने शेयर बाजार को बताया कि भारतीय लेखा मानक के अनुसार, समीक्षाधीन अवधि में उसकी परिचालन से आय 2.7 प्रतिशत बढ़ी है। इस वृद्बधि के साथ कंपनी की आय 15,470.5 करोड़ रुपये हो गई है जो कि 2018-19 की दिसंबर तिमाही में 15,059.5 करोड़ रुपये थी।
मुख्य बिंदु
- विप्रो का तीसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 2,456 करोड़ रुपये रहा।
- पिछली तिमाही की तुलना में इस लाभ ने 2.17 प्रतिशत गिरावट दर्ज़ की है।
- विप्रो ने कहा समीक्षाधीन अवधि में उसकी परिचालन से आय 2.7 प्रतिशत बढ़ी है।
- इस वृद्बधि के साथ कंपनी की आय 15,470.5 करोड़ रुपये हो गई है।
- 2018-19 की दिसंबर तिमाही में विप्रो की आय 15,059.5 करोड़ रुपये थी।
- विप्रो ने प्रति शेयर एक रुपये (0.014 डॉलर) का अंतरिम लाभांश देने की घोषणा की है।
अगली तिमाही में 2 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान
विप्रो ने मार्च तिमाही में आईटी सेवाओं से आय में 2 प्रतिशत तक की वृद्धि का अनुमान जताते हुए कहा कि इस कारोबार से 209.5-213.7 करोड़ डॉलर का राजस्व आने की उम्मीद है। कंपनी ने ये भी बताया कि दिसंबर तिमाही में कंपनी की आईटी सेवाओं से आय 209.48 करोड़ डॉलर रही। न्यूज़ एजेंसी से प्राप्त ख़बरों के अनुसार विप्रो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक आबिद अली जेड नीमचवाला ने कहा, “हमने सभी कारोबारी इकाइयों, क्षेत्रों और गतिविधियों में दीर्घकालिक वृद्धि के साथ तीसरी तिमाही में अच्छा प्रदर्शन किया। हम अपने ग्राहकों के साथ संबंधों को मजबूत करने और बड़े कारोबारी सौदे हासिल करने पर ध्यान देना जारी रखेंगे।” विप्रो ने प्रति शेयर एक रुपये (0.014 डॉलर) का अंतरिम लाभांश देने की घोषणा की है।