वॉलमार्ट अपने नुकसान में चल रहे ‘कैश-ऐंड-कैरी’ बिजनेस को करेगी बंद!
वॉलमार्ट ने भारत में 50 से अधिक अधिकारियों को निकाला, अप्रैल में फिर होगी छंटनी

विश्व की सबसे बड़ी रिटेल चेन और भारत में लंबे समय से चर्चित रहे वॉलमार्ट के इंडिया डिविजन के गुरुग्राम मुख्यालय से आज 50 से अधिक शीर्ष अधिकारियों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है| कंपनी ने हालांकि भारत के होलेसेल रिटेल कारोबार से बाहर निकलने की बात को अफवाह बताया है, लेकिन जिस प्रकार से इस होलसेल कंपनी ने अपने कर्मचारियों को होलसेल में निकाला है इससे यह माना जा रहा है कि कंपनी अपने आप को भारत के रिटेल मार्केट से निकालने के प्रयास में जुट गई है|
वालमार्ट लगा चूका है गैरबराबरी का आरोप!
ज्ञात हो कि सरकार ने पिछले साल विदेशी निवेश वाली ई – कॉमर्स कंपनियों के लिए नियमों को कड़े करते हुए अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों को उन कंपनियों के उत्पाद बेचने से रोक लगायी थी , जिनमें उनकी हिस्सेदारी है| इसके अलावा और भी कई नियमों में बदलाव किए गए थे| तब वालमार्ट ने भारत में ई – कॉमर्स कंपनियों के लिए FDI नीति में किए गए बदलावों को लेकर निराशा जाहिर की थी| उसने आगे चलकर सहयोगात्मक नियामकीय प्रक्रिया की उम्मीद जतायी है, जिससे विदेशी कंपनियों को प्रतिस्पर्धा के लिए बराबरी का मौका मिलेगा|
मगर ‘कैश-ऐंड-कैरी’ बिजनेस से बाहर निकलने के प्रयास के बारे में विशेषज्ञ बताते हैं कि वॉलमार्ट को देश में कैश-ऐंड-कैरी बिजनेस में कोई भविष्य नजर नहीं आ रहा था और यह छंटनी इस बिजनेस को बेचने या फ्लिपकार्ट के बैक-एंड के साथ अपने कामकाज को मिलाने की शुरुआत हो सकती है, या फिर अपना ध्यान सिर्फ ऑनलाइन शॉपिंग बिजनेस पर केन्द्रित रखने का प्रयास हो सकता है|
नए स्टोर भी नहीं खोलेगी वालमार्ट
कंपनी ने शुक्रवार को एक टाउनहॉल में सोर्सिंग, ऐग्री बिजनस और FMCG डिविजन से वाइस प्रेसिडेंट्स सहित 50 से अधिक सीनियर एग्जिक्यूटिव्स की छंटनी के बारे में जानकारी दी थी| कंपनी मुंबई में फुलफिलमेंट सेंटर भी बंद करने वाली है| इसके अलावा वालमार्ट देश में नए स्टोर भी नहीं खोलेगी| बता दें भारत में वॉलमार्ट को मुनाफा नहीं मिल रहा है और देश में बिजनेस शुरू करने के एक दशक बाद भी इसकी सेल्स ग्रोथ धीमी है|
हालांकि इस छंटनी या नए स्टोर नहीं खोलने को लेकर वॉलमार्ट ने कोई टिप्पणी नहीं की| वॉलमार्ट के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम हमेशा अधिक कुशलता से कामकाज करने के तरीके खोजते हैं| इसमें कॉर्पोरेट स्ट्रक्चर की समीक्षा करने की जरूरत होती है जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि हम अपने कस्टमर्स की जरूरतों को पूरा करने के लिए सही रास्ते पर हैं|’
अप्रैल में फिर छटनी
भारत में वॉलमार्ट को प्रॉफिट नहीं मिला है| खबर है कि कंपनी में इस वर्ष और लोगों की भी छटनी हो सकती है| मीडिया रिपोर्ट में कंपनी के शीर्ष अधिकारियों के हवाले से बताया गया कि यह छटनी का पहला दौर है और हमें अप्रैल तक ऐसा दोबारा होने का अनुमान है|
टाटा ने खिंचा हाथ
जानकारी के लिए बता दें कि टाटा ग्रुप ने वॉलमार्ट का होलसेल बिजनस खरीदने के लिए बातचीत की थी, लेकिन उसे बाद में यह फायदेमंद सौदा नहीं लगा| ये स्टोर बेस्ट प्राइस मॉर्डन होलसेल स्टोर (बेस्ट प्राइस ) के नाम से चलते हैं| वॉलमार्ट इंडिया के बेस्ट प्राइस स्टोर्स का मार्च 2019 तक 2,180.8 करोड़ रुपए का लॉस था| पिछले वित्तीय वर्ष में वॉलमार्ट इंडिया की सेल्स 4,095 करोड़ रुपए और नेट लॉस 171.6 करोड़ रुपए था| कैश-ऐंड-कैरी सेगमेंट में इसकी प्रतिद्वंद्वी मेट्रो टॉप पर है| मेट्रो के यहां पर 27 स्टोर हैं और इसका रेवेन्यू 6,500 करोड़ रुपए से अधिक है|
ज्ञात हो कि वालमार्ट के भारत में प्रवेश के विरोध भारी संख्या में खुदरा कारोबारी सड़कों पर उतरें थे, तब वालमार्ट ने अपना मार्केट और गुडविल बनाने के उदेश्य से एयरटेल वाले भारती इंटरप्राइजेज के साथ साझेदारी कर भारत के मार्केट में पिछले दरवाज़े से प्रवेश किया था मगर उसके तमाम उम्मीदों के विपरीत भारत सरकार ने खुदरा व्यापार में एक सीमा से ज्यादा FDI की अनुमति नहीं दी| हालांकि बाद में सरकार ने खुदरा कारोबार के लिए अनुमति दे दी थी, मगर वह एकल ब्रांड खुदरा कारोबार के लिए था| कुछ समय बाद में वालमार्ट ने फ्लिप्कार्ट के अधिग्रहण के द्वारा भारत के ऑनलाइन शॉपिंग बिजनेस में प्रवेश किया| मगर अब अपने कैश-ऐंड-कैरी सेगमेंट से निकासी का प्रयास बताता है कि वह अपने आप को फ्लिप्कार्ट के साथ भारत के ऑनलाइन बिजनेस के द्वारा ही अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहेगा|