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सरकारी बैंक कर्मचारियों को मिलने वाली है खुशखबरी

प्राइवेट बैंकों के जैसे अब सरकारी बैंक के कर्मचारियों को भी मिल सकता है वेरिएबल पे

सरकारी बैंकों के लगभग आठ लाख कर्मचारियों को अगले वित्त वर्ष से सैलरी के अलावा परफॉर्मेंस-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) मिल सकता है। इससे पहले बैंकों के मैनेजमेंट ने वेरिएबल पे या परफॉर्मेंस-लिंक्ड पे का प्रपोजल दिया था। वेरिएबल पे प्राइवेट सेक्टर के बैंकों के एंप्लॉयीज को पहले से मिलते आ रहे हैं। इस वेरिएबल पे तकनीक का उपयोग बहुत सी सेल्स संस्थाएं भी करती हैं, ताकि कर्मचारी ऊंचे मनोबल से कार्य करें| अब इस उत्साहवर्धन तरीके का उपयोग जब सरकारी बैंकों के अंदर भी किया जाएगा तो वहां पर भी कार्यप्रणाली में परिवर्तन होगा और कर्मचारी वेरिएबल पे प्राप्त करने के लिए अपनी नीरसता से बाहर निकल कर अतिरिक्त प्रयास करेंगे| 

सैद्धांतिक तौर पर मिल चुकी है अनुमति!

सरकारी बैंककर्मियों के लिए खुशखबरी है। प्राइवेट बैंक और संस्थाओं के तर्ज पर अब सरकारी बैंक के कर्मचारियों को भी वेरिएबल पे देने की तैयारी की जा रही है| इस बात पर सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी हो चुकी है और सब कुछ अच्छे से हुआ तो यह अगले साल 2020 से लागू भी हो जाएगी| ऐसा होने से सरकारी कर्मचारियों के कार्यप्रणाली में और सुधार आने की संभावना है, और बहुत से कर्मचारी जो बेहतर कार्य करते हैं उन्हें अतिरिक्त धन लाभ भी प्राप्त होगा| यह कदम सरकारी बैंक कर्मचारियों में प्रतिस्पर्धी भावना का विकास करेगा| 

IBA ने दिया था प्रपोजल

NBT में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों ने बताया कि इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (IBA) की सैलरी पर मोलभाव करने वाली कमिटी ने पिछले सप्ताह PLI (परफॉर्मेंस-लिंक्ड इंसेंटिव) का प्रपोजल दिया था, जिसे सैद्धांतिक तौर पर स्वीकार कर लिया गया है। इस कमेटी के प्रमुख यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर राजकिरण राय हैं। ऐसी संभावना है की बैंकों के एनुअल रिजल्ट की घोषणा के बाद PLI को कैलकुलेट किया जा सकता है। सरकारी बैंकों के कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी पर द्विपक्षीय समझौता प्रत्येक पांच वर्षों में होता है। अभी सैलरी में बढ़ोतरी के 11वें समझौते पर बातचीत हो रही है। यह समझौता 1 नवंबर, 2017 से लागू किया जाना था, जो अभी भी लंबित है| 

सैलरी से अलग होगा PLI

ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन (AIBOC) के जनरल सेक्रेटरी सौम्य दत्ता ने कहा, ‘परफॉर्मेंस लिंक्ड पे के मुद्दे पर रुख में बदलाव हुआ है। IBA ने स्पष्ट किया है कि PLI को सैलरी में शामिल नहीं किया जाएगा। यह द्विपक्षीय समझौते में सैलरी में बढ़ोतरी से अलग होगा।’ IBA ने सैलरी में 12 पर्सेंट की वृद्धि की पेशकश की है, जबकि बैंक यूनियंस कम से कम 15 पर्सेंट की बढ़ोतरी पर जोर दे रही हैं।

SBI पहले कर चुकी है ऐसी पेशकश

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया सहित कई सरकारी बैंकों ने पहले ही विशेष मापदंडों के आधार पर कर्मचारियों को रिवॉर्ड और इंसेंटिव की पेशकश की है, लेकिन नया स्ट्रक्चर अलग होगा, क्योंकि यह विशेष बैंकों के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा, कर्मचारियों के प्रदर्शन पर नहीं। ऑल इंडिया बैंक एंप्लॉयीज एसोसिएशन के प्रेजिडेंट राजन नागर ने बताया, ‘यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने सैद्धांतिक तौर पर PLI के लिए सहमति दी है क्योंकि इससे सभी सरकारी बैंकों में स्ट्रक्चर एक समान हो जाएगा। इसके तौर तरीकों को अभी तय किया जाना बाकी है।’

क्या होता है वेरिएबल पे?

जब कोई कर्मचारी संस्थान द्वारा दिए गए लक्ष्य से अधिक का कारोबार करता है तो उसके अनुपात में संस्थान उसको कुछ रिवॉर्ड देता है जिससे उसका उत्साहवर्धन हो तथा वह और मेहनत करने के लिए प्रेरित हो| यह वेरिएबल पे बोनस, इंसेंटिव, टूर ऑफर आदि के रूप में कर्मचरियों को दिया जाता है| यह उनके मूल वेतन के अतिरिक्त होता है| यह किसी भी कर्मचारी की कार्यक्षमता के अनुसार कम या ज्यादा हो सकता है| इस व्यवस्था का यह फायदा है की एक कर्मचारी को अतिरिक्त कमाई करते देख अन्य भी प्रेरित होते हैं और अंततः सस्थान के प्रदर्शन में भी सुधार होता है| 

सरकारी बैंकों में इस व्यवस्था के आने से कर्मचरियों में नवउत्साह आएगा और वे और प्रयास करने के लिए प्रेरित होंगे और इससे बैंकों प्रदर्शन में भी निश्चिंत तौर पर सुधार आएगा| साथ ही मेहनतकश कर्मचरियों की अतिरिक्त आय होगी| कुल मिलकर यह एक स्वागतयोग्य कदम साबित होगा|