साल के दस महीनों में म्यूचुअल फंड में रहा 55,700 करोड़ रुपये निवेश
वित्त वर्ष की समाप्ति के अक्टूबर माह तक शेयर बाजारों में 55,700 करोड़ रुपये का निवेश रहा

म्यूचुअल फंड के जरिए शेयर बाजारों में निवेश वित्त वर्ष की समाप्ति के अक्टूबर माह तक 55,700 करोड़ रुपये का निवेश रहा|अर्थात् साल 2019 के 10 माह में शेयर बाजार में म्यूचुअल फंड से निवेश काफी घटा है| वित्त वर्ष 2019 के जुलाई और सितंबर के दौरान ज्यादा राशि का निवेश हुआ|तब जाकर यह निवेश 55,700 करोड़ रुपये रहा|इसी दौरान कोष प्रबंधकों ने 43,500 करोड़ रुपये का निवेश किया। वहीं सामान अवधि में विदेशी निवेशकों ने 22,400 करोड़ रुपये की निकासी की थी। सेबी के आंकड़ों के अनुसार कोष प्रबंधकों ने पिछले साल सामान अवधि के अंतराल में जनवरी-अक्टूबर के दौरान 1.12 लाख करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे।
विशेषज्ञों के विश्लेषणों के आधार पर
सैमको/SAMCO (स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी) में म्यूचुअल फंड डिस्ट्रिब्यूशन कारोबार के प्रमुख ओमकेश्वर सिंह ने बताया कि प्रति महीने शेयरों में निवेश सकारात्मक रहा है, लेकिन अगर ‘सिस्टैमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान’ (SIP) को गिनती में ना लें तो, यह निवेश नकारात्मक हो जाता है। यानी निवेश कम हुआ है। अर्थात् SIP के जरिये निवेशकों ने निवेश अधिक किया है| निवेश निश्चित राशि निश्चित की गई अवधि पर लगाते हैं।
प्राइम इनवेस्टर डॉट इन के सह-संस्थापक विद्या बाला ने बताया कि, खुदरा निवेशकों का म्यूचुअल फंड में निवेश एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में कम हुआ है। इसके परिणामस्वरूप म्यूचुअल फंड की तरफ से शेयर बाजारों में निवेश कम हुआ है| बाजार के नई ऊंचाई पर पहुंचने के साथ खुदरा निवेशकों ने अपनी संपत्ति पर कोई सकारात्मक प्रभाव नहीं हुआ। इसका कारण है कि कुछ शेयरों में तेजी सिमित रही| जब तक खुदरा निवेशक निवेश के लिये आगे नहीं आते, आने वाले समय में यह प्रवृत्ति बनी रह सकती है।
म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए निवेशक SIP को अत्यधिक सकारात्मक मानकर उसके जरिये निवेश कर रही हैं|कई हद्द तक ‘सिस्टैमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान’ के जरिये एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI ) के आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2019 में कुल 7 महीनों में अप्रैल से अक्टूबर माह की अवधि के दौरान राशि 57,607 करोड़ रुपए का निवेश हुआ था| अर्थात् ‘सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान’ से निवेश की राशि में बढ़ोत्तरी हुई है|