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गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड में बढ़ा निवेशकों का रुझान

2019 में 16 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश

वैश्विक बाजारों में नरमी को देखते हुए 2019 में गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड की बढ़ी रौनक| बीते 6 सालों के बाद निवेशकों का रुझान गोल्ड-ईटीएफ की ओर बढ़ता नजर आया|भारतीय बाजार में निवेशकों ने बीते साल गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में शुद्ध 16 करोड़ रुपए का निवेश किया। बाजार के जानकारों का अनुमान है कि ये बढ़त 2020 में भी कायम रहेगी|

एम्फी ने दिए हैं ये आंकड़े:

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एंफी) के द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल निवेशकों ने 14 गोल्ड-लिंक्ड ईटीएफ में शुद्ध 16 करोड़ रुपए का निवेश किया।2018 में उन्होंने इन फंड्स से 571 करोड़ रुपए निकाल लिए थे। बीते साल बाजार में आयी अस्थिरता के कारण निवेशकों का रुझान परंपरागत निवेश माध्यमों की ओर बढ़ा है|हालिया समय में सुरक्षित निवेश के विकल्प के रूप सोने को वरीयता दे रहे हैं| इसी रुझान के कारण निवेश माध्यम के रूप में स्वर्ण ईटीएफ की चमक वापस लौटी है।2019 में निवेशकों ने 14 स्वर्ण ईटीएफ में 16 करोड़ रुपए निवेश किए। इससे पहले निवेशकों ने 2017 में 730 करोड़ रुपए, 2016 में 942 करोड़ रुपए, 2015 में 891 करोड़ रुपए, 2014 में 1651 करोड़ रुपए और 2013 में 1815 करोड़ रुपए निकाले थे।

2020 में भी कायम रहेगी बढ़त:

साल 2020 की शुरुआत में सतह पर आये अमेरिका-ईरान के विवाद का असर भी निवेशकों के नजरिये पर पड़ना लाजिमी है| गौरतलब है कि अस्थिर वैश्विक परिस्थितियों में निवेशकों का रुझान हमेशा ही सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर बना रहता है| इन विकल्पों में सोना सर्वप्रमुख है जिनमें निवेशकों का भरोसा हमेशा कायम रहता है| इसी वैश्विक तनाव का प्रभाव इस साल भी नजर आने के पूरे आसार हैं|प्रमुख वैश्विक बाजारों में नरमी तथा शेयर व ऋण पत्र बाजारों में उथल-पुथल की आशंका के बीच 2019 में 6 साल बाद निवेशकों ने स्वर्ण ईटीएफ में पैसा लगाया है।निवेश के मानकों के अनुसार गोल्ड निवेशकों के पोर्टफोलियो में विविधता लाता है। 2011 के बाद गोल्ड के लिए 2019 सबसे अच्छा रहा।बाजार के जानकार मानते हैं कि आने वाले समय में स्वर्ण इटीएफ में निवेश में और तेजी देखने को मिल सकती है।