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जम्मू कश्मीर के परियोजना के लिए 6000 करोड़ रूपये की मंजूरी

उझ बहुद्देश्यीय परियोजना को मंजूरी दी गयी। 

केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर को लेकर वचनबद्ध है। सरकार जम्मू से किये अपने वादे को लेकर हर प्रयास कर रही है। जम्मू कश्मीर का जनजीवन सुधार और प्रगति उनकी प्राथमिकता में शामिल है। इसी के मद्देनज़र पिछले कुछ महीनो से विचाराधीन उझ बहुद्देश्यीय परियोजना को मंजूरी दे दी गयी।

जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में केंद्र सरकार ने किसानो के हित में सिंचाई के लिए निर्बाध जल मुहैया करने और बिजली पैदा करने के लिए करीब 6,000 करोड़ रुपये के बहुद्देश्यीय परियोजना को मंजूरी दी है। विदित हो कि भूमिगत जल की कमी के कारण वहां के किसानो को खेती करने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था।  ऐसे में उन्हें सुचारू रूप से खेती करने हेतू सिचाई के लिए अधिकतम जल की आवश्यकता थी।

मुख्य सन्दर्भ 

  • जम्मू कश्मीर के परियोजना के लिए 6000 करोड़ रूपये की मंजूरी।
  • कठुआ जिले में केंद्र सरकार ने निर्बाध जल मुहैया करने और बिजली पैदा करने के लिए परियोजना को मंजूरी दी है।
  • केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने सोमवार को यह जानकारी दी। 
  • उझ बहुद्देश्यीय परियोजना पर काम फौरन शुरू होगा।

समाचार एजेंसी से प्राप्त ख़बरों के अनुसार केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने सोमवार को यह जानकारी साझा करते हुए कहा कि एक उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला किया गया कि उझ बहुद्देश्यीय परियोजना पर काम फौरन शुरू होगा। श्री सिंह ने सोमवार की बैठक के नतीजे की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय के इस संबंध में रूचि लेने और जल शक्ति मंत्रालय की भूमिका से ही यह महत्वपूर्ण उद्देश्य सफल होने जा रहा है।

क्या है उझ बहुद्देश्यीय परियोजना

5850 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना से उझ नदी पर 781 मिलियन सीयू एम जल का भंडारण किया जा सकेगा जिसका इस्तेमाल सिंचाई और बिजली बनाने में होगा। इस पानी से जम्मू कश्मीर के कठुआ, हिरानगर और सांभा जिलें में 31 हजार 380 हेक्टर भूमि की सिंचाई की जा सकेगी और उन्हें पीने के पानी की आपूर्ति हो सकेगी। परियोजना के डीपीआर को तकनीकी मंजूरी जुलाई 2017 में ही दी जा जुकी है। यह एक राष्ट्रीय परियोजना है जिसे केंद्र की ओर से मदद दी जा रही है। ये मदद परियोजना के सिंचाई से जुड़े हिस्से के लिए होगी। इसके अलावा परियोजना के लिए विशेष मदद पर भी विचार किया जा रहा है।