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जानीये किन परिस्थितियों में जरूरी है पैन नंबर का उल्लेख?

पैन कार्ड हर भारतीय के लिए महत्वपूर्ण है

सरकारी कामकाज का तरीक़ा डिजिटल हो रहा है|प्रायः हर बड़े भुगतान में आपको ज़रूरी कागज़ात दिखाने पड़ते हैं| इन दस्तावेजों में सबसे महत्वपूर्ण है पैन कार्ड| पैन (pan)  यानी परमानेंट अकाउंट नंबर 10 डिजिट का अल्फ़ान्यूमेरिक कोड होता है, जो आयकर विभाग द्वारा जारी किया जाता है| पैन कार्ड सभी वित्तीय लेन-देन के लिए आवश्यक है| आज जानते हैं  पैन कार्ड कितना ज़रूरी है और किन परिस्थितियों में आवश्यक है पैन नम्बर का उल्लेख|

इन परिस्थितियों में आवश्यक है पैन नम्बर का उल्लेख

1 जनवरी 2005 से आयकर विभाग हेतु देय किसी भुगतान के लिए चालान पर पैन नम्बर  उद्धृत करना अनिवार्य है। निम्नलिखित वित्तीय लेनदेनों से संबंधित सभी दस्तावेजों में पैन कार्ड का उल्लेख करना अनिवार्य है|

  •  पांच लाख रूपए अथवा अधिक की राशि की किसी अचल संपत्ति की बिक्री अथवा खरीद पर|
  • मोटर वाहन अथवा वाहन की बिक्री अथवा खरीद पर|
  • बैंकिंग कंपनी के साथ पचास हजार से अधिक की आवधिक जमा पर|
  • डाक घर बचत बैंक के साथ किसी खाते में पचास हजार से अधिक जमा करने पर|
  • प्रतिभूति की बिक्री अथवा खरीद के लिए एक लाख से अधिक की राशि के अनुबंध पर |
  • बैंक खाता खोलने पर
  • टेलीफोन कनेक्शन (सैल्यूलर टेलीफोन कनेक्शन सहित) के अधिष्ठापन के लिए आवेदन करने पर|
  • किसी एक समय में पच्चीस हजार रूपए से अधिक राशि के बिल के लिए होटल तथा रेस्टोरेंट में भुगतान करने पर
  • किसी एक समय में कुल पचास हजार से अधिक राशि के बैंक ड्राफ्ट अथवा पे आर्डर अथवा बैंकर चेक के लिए नगद में भुगतान करने पर|
  • बैंक में पचास हजार अथवा अधिक राशि का नगद जमा करने पर|
  • पच्चीस हजार से अधिक राशि का किसी विदेशी राष्ट्र की यात्रा के संबंध में नगद में भुगतान करने पर
  • क्रेटिड कार्ड अथवा डेबिट कार्ड के निगर्मन के लिए आवेदन करने पर|
  • म्युचुअल फंड में निवेश  हेतु पचास हजार अथवा अधिक की राशि का भुगतान करने पर|
  • शेयरों की खरीद के लिए कंपनी को पचास हजार अथवा अधिक की राशि का भुगतान करने पर |
  • ऋणपत्रों अथवा बांड की खरीद के लिए कंपनी अथवा संस्थान को पचास हजार अथवा अधिक की राशि का भुगतान करने पर|
  • भारतीय रिजर्व बैंक को पचास हजार अथवा अधिक की राशि का भुगतान करने पर|
  • बीमाकर्ता को जीवन बीमा प्रीमियम के तौर पर वर्ष में कुल पचास हजार अथवा अधिक की राशि का भुगतान करने पर|
  • डीलर को भुगतान करने पर|
  1.  किसी एक समय में पांच लाख अथवा अधिक की राशि का भुगतान करने पर|
  2. सोने-चांदी अथवा आभूषण की खरीद के लिए पांच लाख अथवा अधिक की राशि के लिए बिल के समक्ष |

अक्सर लोग पैन कार्ड को  सिर्फ आयकर के भुगतान से जोड़कर देखते हैं। जबकि वास्तविकता इससे बिल्कुल भिन्न है।उपरोक्त आधारों पर देखें तो पैन कार्ड हर भारतीय के लिए महत्वपूर्ण है|