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प्रधानमंत्री के साथ उद्योगपतियों की बैठक -रोजगार पर हुई बात

सोमवार को आम बजट की तैयारियों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के शीर्ष उद्योगपतियों और सीईओ के साथ मुलाकात की। इस मुलाकात में अर्थव्यवस्था की स्थिति पर विशेष चर्चाएँ  हुई जिनमे आर्थिक विकास दर और रोजगार के मौके बढ़ाने के उपायों पर विशेष ज़ोर रहा। प्रमुख उद्योगपतियों  में टाटा समूह के संरक्षक रतन टाटा, देश के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी,  अरबपति उद्यमी गौतम अदाणी, दूरसंचार क्षेत्र के दिग्गज सुनील मित्तल, महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा और खनन क्षेत्र के दिग्गज उद्योगपति अनिल अग्रवाल समेत 11 दिग्गज शामिल थे।

आम बजट से पहले हुई इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बैठक की जो तस्वीर जारी की गई है उसके अनुसार इसमें टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन, टीवीएस के चेयरमैन वेणु श्रीनिवासन, एलएंडटी के प्रमुख ए एम नाईक भी उपस्थित थे। बैठक में शामिल 8 प्रमुख उद्योगपतियों की कंपनियों की नेटवर्थ 6 जनवरी को करीब 27 लाख करोड़ रुपए थी।

आर्थिक विकास दर और रोजगार के मौकों पर विशेष चर्चा

मोदी अर्थव्यवस्था की जमीनी हकीकत जानने के लिए ये बैठकें कर रहे हैं। बैठक में अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देने और रोजगार सृजन बढ़ाने के उपायों पर विचार विमर्श किया गया। बैठक के दौरान श्री मोदी ने कहा कि सरकार की तारीफ करने के बजाय अर्थव्यवस्था की कमियां दूर करने के लिए राय दें। इस बैठक का यही मकसद है। दूसरी ओर इंडस्ट्री के कुछ लोगों ने कहा था कि ग्रोथ बढ़ाने के लिए सरकार को इंडस्ट्री से राय लेनी चाहिए।

  • देश के शीर्ष उद्यमियों के साथ प्रधानमंत्री की बैठक।
  • श्री मोदी ने कहा अर्थव्यवस्था की कमियां दूर करने के लिए राय दें।
  • इंडस्ट्री के कुछ लोगों ने कहा था कि ग्रोथ बढ़ाने के लिए सरकार को इंडस्ट्री से राय लेनी चाहिए।
  • जुलाई-सितंबर तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ घटकर 4.5% रह गई है।
  • वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को अपना दूसरा आम बजट पेश करेंगी।

जुलाई-सितंबर तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ घटकर 4.5% रह गई जो इसका छह साल का निचला स्तर है। आरबीआई और रेटिंग एजेंसियों ने अक्टूबर-दिसंबर तिमाही और पूरे साल की ग्रोथ का अनुमान भी घटा दिया है। मोदी सरकार ने सितंबर, 2019 में सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए कुछ उपायों की घोषणा की थी। इसके तहत कॉरपोरेट कर की दर को 30 से घटाकर 22 फीसदी कर दिया गया।

मोदी ने पिछले दिनों भी इंडस्ट्री के लोगों के साथ मीटिंग की थी। पिछली बैठक में कोटक महिंद्रा बैंक के सीईओ उदय कोटक, टीसीएस के सीईओ राजेश गोपीनाथन, एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार और एचडीएफसी बैंक के एमडी आदित्य पुरी भी शामिल थे। प्रधानमंत्री अब तक 60 से अधिक उद्यमियों और कारोबारियों के साथ बैठकें कर चुके हैं।

विदित हो कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को अपना दूसरा आम बजट पेश करेंगी जिसमें देश की आर्थिक वृद्धि की रफ्तार को फिर से पटरी पर लाने की बड़ी चुनौती होगी।