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बजट-2020 की छपाई आज से शुरू

हलवा रस्म के बाद छपाई की औपचारिक शुरुआत हो जायेगी

आर्थिक सुस्ती एवं GDP में गिरावट की चुनौतियों के बीच बजट-2020 की छपाई आज से शुरू हो जायेगी|परम्परा के अनुसार हलवा रस्म के बाद छपाई की औपचारिक शुरुआत हो जायेगी|भारतीय परम्पराओं में शुभ कार्य की शुरुआत मीठे खाद्य के साथ की जाती है| माना जाता है कि मिष्ठान्न खाकर किये गये कार्य मंगलदायक होते हैं|परम्परा के अनुसार बजट पेपर की छपाई से पहले वित्त मंत्रालय में हलवा बनाया और बांटा जाता है|जिसके बाद बजट पेपर की छपाई से जुड़े कर्मचारी नॉर्थ ब्लॉक में रह कर काम में जुट जाते हैं|बजट छपाई में शामिल कर्मचारी बजट पेश होने तक वो यहां से नहीं निकलेंगे|बता दें कि बजट-2020 आगामी 1 फरवरी को पेश किया जायेगा|

निराशाजनक हालातों का बजट-2020  

बजट-2020 निराशाजनक आर्थिक परिस्थितियों में प्रस्तुत किया जाएगा|विदित हो कि आर्थिक विकास दर छह साल के निचले स्तर पर आ गई है और लगातार कमजोर मांग के कारण आर्थिक सुस्ती बनी हुई है| चालू वित्तवर्ष में राजकोषीय घाटा, कर राजस्व और विनिवेश के लक्ष्य को पूरा करना काफी मुश्किल है|इसके अलावा सकल घरेलू उत्पाद (GDP) विकास दर भी चालू वित्तवर्ष के आखिर में पांच फीसदी रहने की उम्मीद की जा रही है|ऐसे में हर सेक्टर की आशें इस बजट के साथ जुड़ी हुई हैं| आम आदमी को जहां रोजगार की उम्मीद है तो उद्योगों को उपभोग और मांग में वृद्धि की आशा है|

हलवा रस्म के बाद शुरू होगी बजट-2020 की छपाई:

हलवा रस्म दरअसल बजट छपाई से जुड़ी एक परंपरा है|इस परंपरा का निर्वाह दशकों से किया जा रहा है|विदित हो कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को नॉर्थ ब्लॉक में हलवा रस्म की मेजबानी करेंगी, जिसके साथ बजट दस्तावेजों की छपाई का काम शुरू होगा| हलवा रस्म के दौरान लोहे के बड़े बर्तन में हलवा तैयार किया जाता है| जिसे वित्तमंत्री समेत वित्त मंत्रालय के कर्मचारियों को बांटा जाता है| इसके बाद नार्थ ब्लॉक के बेसमेंट बजट-2020 की छपाई शुरू हो जायेगी|10 दिनों तक चलने वाली छपाई के दौरान इसमें शामिल मंत्रालय के कर्मचारी बेसमेंट में ही रहेंगे|नॉर्थ ब्लाक के बेसमेंट में बजट छापने का काम 1980 से किया जा रहा है|बजट पेपर की छपाई के दौरान यहां की सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी होती है|गोपनीयता की दृष्टि से बजट पेपर जिन कंप्यूटरों पर बनता है उन्हें दूसरे नेटवर्कों से डीलिंक कर दिया जाता है ताकि यह लीक न हो|