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बजट-2020 : पर्यटन क्षेत्र को 2500 करोड़ रुपये आवंटित

संस्‍कृति मंत्रालय के लिए 3150 करोड़ रुपये के आवंटन का प्रस्‍ताव

अंतर्राष्‍ट्रीय और घरेलू दोनों ही तरह के पर्यटकों के लिए एक आकर्षक गंतव्‍य बनेगा भारत|पर्यटन के विकास के लिए 2020-21 में 2500 करोड़ रुपया आवंटित किया जाएगा| इसके साथ ही संस्‍कृति मंत्रालय के लिए 3150 करोड़ रुपये के आवंटन का भी प्रस्‍ताव किया है।ये प्रस्ताव केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद के बजट सत्र में प्रस्तुत किये| गौरतलब है कि निर्मला सीतारमण ने आज संसद में वित्‍त वर्ष 2020-21 का केन्‍द्रीय बजट पेश किया।

भारतीय धरोहर और संरक्षण संस्‍थान:

बजट-2020 वित्त मंत्री ने पर्यटन क्षेत्र के लिए विशेष प्रस्‍ताव भी पेश किये। उन्होंने संग्रहालय विज्ञान और पुरातत्‍व विज्ञान की विधाओं में अच्‍छी तरह प्रशिक्षित संसाधनों के लिए देश के पहले भारतीय धरोहर और संरक्षण संस्‍थान स्‍थापित करने का प्रस्‍ताव किया है। इस संस्‍थान का दर्जा मानद विश्‍वविद्यालय का होगा और यह संस्‍कृति मंत्रालय के अधीन परिचालित होगा। उन्‍होंने कहा कि संग्रहालय विज्ञान और पुरातत्‍व विज्ञान जैसी विधाओं में ज्ञान अर्जित करना निष्‍कर्षों की वैज्ञानिक प्रमाणिता जुटाने, विश्‍लेषण करने और उच्‍च स्‍तरीय संग्रहालयों के माध्‍यम से उनका प्रचार और प्रसार के लिए आवश्‍यक है।अच्‍छे रैंक के लिए बेहतर पर्यटन राजस्‍व के बारे में प्रकाश डालते हुए वित्‍तमंत्री ने कहा कि भारत का वर्ष 2014 में यात्रा और पर्यटन प्रतिस्‍पर्धी सूचकांक (विश्‍व आर्थिक मंच) में 65वां स्‍थान था जो 2019 में 34वें पायदान पर पहुंच गया है। इस कारण विदेशी मुद्रा आय जनवरी से नवम्‍बर 2019 अवधि के लिए 1.75 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.88 लाख करोड़ रुपये हो गई है। इस प्रकार 7.4 प्रतिशत बढ़ोत्‍तरी दर्ज हुई है।

 8 नये संग्रहालयों की स्‍थापना:

पर्यटन को प्रोत्‍साहित करने के एक प्रमुख प्रयास के रूप में वित्त मंत्री ने 8 नये संग्रहालयों की स्‍थापना का प्रस्‍ताव किया है। इनमें 5  प्रमुख पर्यटन स्‍थलों के आस-पास भवन बुनियादी ढांचे का विकास भी शामिल है। इसके अलावा भारत के विभिन्‍न भागों में स्थित 5 प्रमुख संग्रहालयों की कायाकल्‍प का भी उन्‍होंने प्रस्‍ताव किया है।

ये हैं 5 पुरातत्‍व स्‍थल:

निम्नलिखित पुरातत्व स्थलों को स्‍थानिक संग्रहालय वाले प्रतिमान स्‍थलों के रूप में स्‍थापित/विकसित किया जायेगा :-

  • राखीगढ़ी (हरियाणा)
  • हस्तिनापुर (उत्‍तर प्रदेश)
  • शिवसागर (असम)
  • धौलाविरा (गुजरात)
  • आदिचनल्‍लूर (‍तमिलनाडु)
  • पोत परिवहन मंत्रालय द्वारा लोथल, अहमदाबाद में हड़प्‍पा युग पर प्रकाश डालने के लिए एक पोत संग्रहालय स्‍थापित किया जायेगा।

ये भी है वरीयता में:

कोलकाता स्थित भारतीय संग्रहालय भी सरकार की वरीयता में शामिल है|प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जनवरी, 2020 में कोलकता में की गई घोषणा के अनुसार भारतीय संग्रहालय का पुररुद्धार की बात कही थी।कोलकाता के ऐतिहासिक पुराने टकसाल भवन में मुद्रा-विषयक और व्‍यापार पर एक संग्रहालय स्‍थापित किया जायेगा। रांची (झारखंड) में जनजातीय संग्रहालय की स्‍थापना की जायेगी|इसके अलावा पूरे देश में 4 और संग्रहालयों का नवीकरण और री-क्‍यूरेशन किया जाएगा।

राज्य सरकारों को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी:

वित्त मंत्री ने कहा कि पर्यटन में वृद्धि का विकास और रोजगार से सीधा संबंध है।प्रस्‍तावित योजना में राज्‍यों का उल्लेख करते हुए उन्होंने राज्‍यों से महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाने का आग्रह किया|सीतारमण ने कहा कि मुझे उम्‍मीद है कि राज्‍य सरकारें कुछ चिन्‍हित स्‍थलों के लिए एक योजना तैयार करेंगी और 2020-21 के दौरान वित्‍तीय योजना भी तैयार करेंगी।जिसके तहत 2020-21 में राज्‍यों को विशिष्‍ट अनुदान उपलब्‍ध कराया जायेगा।संस्‍कृति मंत्रालय के लिए 3150 करोड रुपये का प्रस्‍ताव किया गया भारतीय धरोहर एवं संरक्षण संस्‍थान की स्‍थापना की जायेगी 8 नये संग्रहालयों का प्रस्‍ताव किया गया, 5 संग्रहालयों की पूरी तरह से मरम्‍मत की जायेगी 5 प्रमुख पुरातत्‍व स्‍थलों का बुनियादी ढांचा विकसित किया जायेगा|