बजट 2020: वित्त मंत्री ने कहा, बैंकों की हालत मे आया सुधार
बैंकों का हुआ उदारीकरण
आज 1 फरवरी 2020, सत्र का नया बजट पेश किया वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने, वित्त मंत्री ने बजट मे बैंकों के हालातों की बात की 2019 मे बैंकों मे सुधार आया है। बजट 2020 मे बैंकों मे और ज्यादा सुधार करने के प्रयास किये जायेंगे। लोन के प्रावधान बढाये जायेंगे ताकि लोगो को ज्यादा से ज्यादा बैंक की सुविधा मिल सके। बैड लोन की पहचान की प्रक्रिया पूरी हुई है। जिसमें एनपीए यानी फंसे हुए कर्ज के मामले में बैंकों की हालत में सुधार हुआ है।
2019 मे संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार के मामले में सरकारी बैंकों ने काफी बेहतर प्रदर्शन किया, जिन्होंने सकल एनपीए और शुद्ध एनपीए अनुपात दोनों में गिरावट दर्ज की। स्लिपेज अनुपात में गिरावट के साथ-साथ शेष सकल एनपीए में कमी से जीएनपीए अनुपात में सुधार करने में मदद मिली।
Budget 2020 Live Updates in Hindi
एनपीए से उबरे बैंक
एनपीए किसी बैंक का वे कर्ज होता है जो डूब गया हो या वापस आने उम्मीद लगभग खत्म हो गयी हो। किसी बैंक के लोन की ईएमआई यानी किस्त 3 महीने पर न आये तो उस खाते को एनपीए मान लिया जाता है। एनपीए 3 प्रकार के होते हैं, जिनमें सब स्टैंडर्ड संपत्तियाँ, संदिग्ध संपत्तियाँ और नुकसान वाली संपत्तियाँ शामिल हैं। एनपीए को लेकर सरकार और आरबीआई ने कई कदम उठाये हैं।
2019 मे बांको ने काफी सुधार किया है। फसे हुए लोन वापिस आये हैं जिसके आने की कम उम्मीद थी बैंकों की परफॉरमेंस मे वृधि हुई है। बैंकों का उदारीकरण हुआ है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा इस बात को समझना होगा कि बैंक डूबे हुए कर्ज के जाल से निकल रहे हैं फसे हुए लोन वापिस लेने मे बैंकों का अच्छा प्रदर्शन रहा है।