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भारती इन्फ्राटेल और इंडस टावर्स का विलय

दुनिया की सबसे बड़ी टावर कंपनियों की फेहरिस्त में शुमार होगी

AGR भुगतान के दबाव के बीच vodafone और airtel फिलहाल वित्तीय संकट से जूझ रही हैं|कोर्ट के सख्त रवैये के बाद इन कम्पनियों पर बकाया भुगतान करने का दबाव बढ़ता जा रहा है|इस बीच भारती इन्फ्राटेल और देश की सबसे बड़ी मोबाईल टावर कंपनी इंडस के विलय की घोषणा से निजी टेलिकॉम कम्पनियों को राहत जरूर मिलेगी|समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक भारती इन्फ्राटेल और इंडस टावर्स कम्पनियों के विलय के प्रस्ताव को दूरसंचार विभाग ने मंजूरी दे दी है|

विलय के बाद ऐसी होगी संयुक्त कंपनी:

भारती इन्फ्राटेल और इंडस टावर्स का विलय कई मायनों में ऐतिहासिक होगा| दोनों टावर सेवा प्रदाता कंपनियों के विलय के पश्चात बनी संयुक्त कंपनी के पास देशभर में 1,63,000 से अधिक दूरसंचार के टावर हो जाएंगे|विलय के बाद बनी संयुक्त कंपनी चीन को छोड़ दुनिया की सबसे बड़ी टावर कंपनी हो जाएगी|इस प्रक्रिया से बनी संयुक्त कंपनी की भारतीय शेयर बाजारों में सूच्चिबद्धता जारी रखी जायेगी |दूरसंचार के नजरिये से भी देखें तो इस विलय के परिणाम ऐतिहासिक माने जा सकते हैं|विश्व के सबसे बड़े मोबाइल टावर सेवा प्रदाता के रूप में नयी पहचान बनाना गौरव की बात होगी|

ये होंगे दूरगामी परिणाम:

भारती इन्फ्राटेल और इंडस के विलय के दूरगामी परिणामों पर airtel और vodafone की निगाहें लगी हैं| इस विलय प्रक्रिया के अंतर्गत वे हिस्सेदारी बेचकर एकत्र की गयी धनराशी से बकाया भुगतान भी कर सकती हैं| वर्तमान रूप से अगर देखें तो इंडस टावर्स में vodafone और airtel की 42-42 प्रतिशत की संयुक्त हिस्सेदारी है|इसके अलावा इंडस में वोडाफ़ोन-आईडिया समूह की 11.15% की हिस्सेदारी है|ये कंपनियाँ अपनी हिस्सेदारी बेचकर बकाया भुगतान के लिए राजस्व संग्रह भी कर सकती हैं|बता दें कि विलय के बाद भारती इन्फ्राटेल और इंडस के कारोबार का पूरा स्वामित्व नयी बनने वाली संयुक्त कंपनी के पास चला जाएगा|

24 फरवरी को आगामी निर्णय:

विलय के पश्चात नयी कंपनी बनाने की प्रक्रिया में बैठकों के कई दौर चलेंगे|जिनमें इन कम्पनियों की वर्तमान स्थिति और विलय के पश्चात की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की जायगी|भारती इन्फ्राटेल के अनुसार विलय की मंजूरी के बाद शेष कार्रवाई को आगे बढाने के लिए निदेश मंडल की बैठक 24 फरवरी को होगी|इस बैठक में आगामी रणनीति पर विस्तृत चर्चा की जायेगी|