Arthgyani
होम > न्यूज > म्यूच्यूअल फंड मैनेजर्स को रखनी होगी कॉर्पोरेट गवर्नेंस इश्यू पर नजर -सेबी

म्यूच्यूअल फंड मैनेजर्स को रखनी होगी कॉर्पोरेट गवर्नेंस इश्यू पर नजर -सेबी

कोड लागु होने के बाद म्यूच्यूअल फंड मैनेजर्स को आसानी होगी।

सेबी का कहना है कि म्यूच्यूअल फंड के फंड मैनेजर्स जिस भी कंपनी मे निवेश करें, उनमें कॉर्पोरेट गवर्नेंस के इश्यू पर नजर रखें। सेबी की इस बात पर म्यूच्यूअल फंड और ऑल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड ने नाराज़गी ज़ाहिर की है। उन्होंने कहा है कि सेबी के इस कदम से हमारे काम की अनुकूलता पर असर पड़ेगा ।

वहीँ निवेशकों का कहना है कि वे जिन कंपनियों में निवेश करते हैं उनसे उनकी निगरानी करने की उम्मीद नहीं की जा सकती।सेबी ने 24 दिसंबर को सर्कुलर जारी कर  म्यूच्यूअल फंड और ऑल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड की सभी कैटिगरी ज्यादा जिम्मेदारी उठाने के लिए कहा गया था।

एक नज़र

  • सेबी ने कहा म्यूच्यूअल फंड मैनेजर्स को रखनी होगी कॉर्पोरेट गवर्नेंस इश्यू पर नजर।
  • सेबी ने इसके बारे मे  24 दिसंबर को सर्कुलर जारी किया।
  • इसपे  म्यूच्यूअल फंड और ऑल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड ने नाराज़गी ज़ाहिर की है।
  • निवेशको ने भी कहा ये संभव नहीं।
  • सेबी और पेंशनल फंड रेगुलेटरी ऐंड डिवेलपमेंट मिल कर एक कोड लागू करने वाली हैं।

सेबी लागू करेगी कोड सिस्टम

सेबी और पेंशनल फंड रेगुलेटरी ऐंड डिवेलपमेंट मिल कर एक कोड लागू करने वाली हैं। कोड लागु होने के बाद म्यूच्यूअल फंड मैनेजर्स को आसानी होगी। जहा उन्होंने निवेश किया है। उन कंपनियों पे आसानी से नज़र रख पायेंगे। फंड मैनेजर्स को कोई भी किसी भी तरह का खतरा महसूस हो तो फंड मैनेजर्स उसमे दखल दे सकते हैं। उन्हें जब भी कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन, कॉर्पोरेट गवर्नेंस, रेम्यूनरेशन, स्ट्रैटिजी, इन्वाइरन्मेंटल, सोशल और गवर्नेंस रिस्क, लीडरशिप इश्यू और उसके साथ मुकदमेबाजी इस तरह का कोई भी इश्यू हो तो भी फंड मैनेजर्स दखलंदाजी कर सकते हैं।