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साल के तीसरे ही दिन शेयर बाज़ार हुआ बेदम!

ईरान-अमेरिका तनाव दिखा रहा है असर

अमेरिकी-ईरान तनाव के असर से भारतीय शेयर बाज़ार भी खुद को नहीं बचा पाया| साल के शुरूआत में लगातार दो दिनों से बढ़त के साथ बंद होने के बाद आज सप्ताहांत में शेयर बाज़ार बेदम हो गया| ज्ञात हो कि ईरान के एक शीर्ष सैन्य अधिकारी की अमेरिकी हमले में मौत होने की खबर से शुक्रवार को निवेशकों ने शेयर बाजारों में जमकर बिकवाली की| इसके कारण घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट रही| इसके पीछे निवेशकों की चिंता सही है या यह एक सिर्फ आशंका है यह तो भविष्य में ही ज्ञात होगा पर फिलहाल के लिए भारतीय शेयर बाज़ार के बढ़त पर ब्रेक लग गया है|

अमेरिका-ईरान द्वन्द की संभावना से निवेशक घबराएं

कारोबारियों ने कहा कि ईरान के शीर्ष सैन्य अधिकारी कासिम सुलेमानी के अमेरिका द्वारा एक हवाई हमले में इराक में मारे जाने के कारण अमेरिका-ईरान युद्ध के बढ़े जोखिम को लेकर निवेशकों ने संवेदनशील शेयरों से दूरी बनाई| आज BSE का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 0.39 प्रतिशत और 162.03 अंक लुढ़ककर 41,464.61 अंक पर आ गया| इसी तरह NSE का निफ्टी भी 55.55 अंक यानी 0.45 प्रतिशत गिरकर 12,226.65 अंक पर आ गया| निवेशक नुकसान की संभावना वाले शेयरों से अपने निवेश को निकाल कर सोने जैसे सेफर इन्वेस्टमेंट में दांव लगा रहे हैं|

इन कंपनियों के शेयरों में हुई बिकवाली

सेंसेक्स की कंपनियों में एशियन पेंट्स में सर्वाधिक 2.16 प्रतिशत की गिरावट रही| इसके साथ ही एक्सिस बैंक, बजाज ऑटो, SBI, NTPC और बजाज फाइनेंस के शेयरों में भी आज गिरावट का रुख रहा|

इन शेयरों ने बनाई बढ़त

आज सन फार्मा, TCS, HCL Tech, इंफोसिस, टेक महिंद्रा और भारती एयरटेल के शेयरों में  तेजी रही|

वैश्विक प्रभाव

इस हत्या पर वैश्विक नेताओं की प्रतिक्रियाओं से क्षेत्रीय तनाव के भी बढ़ने की आशंका जताई जा रही है| इस तनाव के प्रभाव से एशियाई बाजारों में भी प्रभाव पड़ा| आज चीन के शंघाई कंपोजिट, हांग कांग के हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया के कोस्पी सूचकांक में गिरावट का रुख देखा गया और वे नुकसान के साथ ही बंद हुए| यूरोपीय शेयर बाजार में भी गिरावट का रुख देखने को मिला|

बताते चलें कि ईरान-अमेरिकी तलाव के प्रभाव से भारतीय रुपया भी बच नहीं पाया| विगत कुछ दिनों से स्थिर चल रहा रुपया अमेरिका-ईरान के युद्ध की संभावना से तेल संकट होने के पूर्वानुमान मात्र से 37 पैसे गिरकर 71.75 रुपए प्रति डॉलर पर आ गया|

सोने-चांदी के रूप में इन्वेस्टर्स को मिला सुरक्षित निवेश

ईरान-अमेरिका तनाव के मद्देनज़र निवेशक सुरक्षित निवेश की तरफ भागने लगें| परिणामस्वरूप सोने के कीमतों में भारी उछाल आया| शुक्रवार को दिल्ली में सोना 752 रुपये उछलकर 40,652 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया| सोना गुरुवार को 39,900 रुपए प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ था| HDFC सिक्योरिटीज के मुताबिक चांदी ने भी सोने की कीमतों का अनुसरण करते हुए 960 रुपए की तेजी के साथ 48,870 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई|

ईरान- अमेरिका तनाव को लेकर निवेशकों की आशंकाएं कितनी सही है या वे यूं ही निराधार साबित होती है यह जल्द ही पता चल जाएगा| फिलहाल मंदी से गुजर रहे वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए एक युद्ध को बर्दास्त करना आसान नहीं होगा| इसलिए दोनों देश संयम में रह कर वार्ता के माध्यम से ही अपने तनाव दूर करें यही एक शांतिपूर्ण विश्व के लिए उत्तम होगा|