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पॉलिसी लेने से पहले जाने ‘सम एश्योर्ड’ (Sum Assured) क्या है?

सम एश्योर्ड ऐसी राशि है जिसके लिए पॉलिसी ली जाती है

सभी व्यक्ति अपने भविष्य और वर्तमान को सुरक्षित बनाने के लिए पॉलिसी लेते हैं, जिसमें जीवन बीमा पॉलिसी, मेडिक्लेम पॉलिसी जैसी कई पॉलिसीयां शामिल हैं। निवेशक / ग्राहक अपनी इनकम के आधार पर निवेश की स्कीम को पसंद करते हैं|  दुगना कवर और रिटर्न देने वाली पॉलिसियों में निवेश करने से भविष्य में आने वाली किसी भी तरह की परिस्थितियों का सामना करने में सहायता मिलती है। जरूरी बात यह है कि पॉलिसीयों में निवेश के दौरान ‘सम एश्योर्ड’ शब्द का जिक्र होता है। जिसका सीधा संबंध कवरेज से है, हालांकि ‘सम एश्योर्ड’ के लिए ही पॉलिसी ली जाती है|आइये जानते पॉलिसी लेते समय इसे जानना क्यूँ है जरुरी।

सम एश्योर्ड क्या है

सम एश्योर्ड ऐसी राशि है जिसके लिए व्यक्ति पॉलिसी लेता है। यह बीमा कवर वैल्यू है, जिसे इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय बीमा कंपनी पॉलिसीधारकों के लिए तय करती है। यह निश्चित राशि होती है जो कि पॉलिसीधारक को मिलती है। इसे कवर या कवरेज राशि के नाम से भी जाना जाता है। सम एश्योर्ड राशि के लिए ही बीमा लिया जाता है। निवेशक की इनकम पर सम एश्योर्ड का कवर निर्धारित होता है।

Sum Assured कवर है लाभदायी  

सम एश्योर्ड की वैल्यू निवेशक या ग्राहक की वार्षिक इनकम पर निर्भर करती है। जिसमें एश्योर्ड के तौर पर वार्षिक इनकम से 10 गुना जितनी राशि रखना अनिवार्य है। यह कवर है जो अचानक किसी अनहोनी के होने की स्थिति में सम एश्योर्ड कवरेज  बीमा कंपनीयों द्वारा लाभार्थीयों को दिया जाता है। व्यक्ति के प्रतिदिन के खर्चों की गिनती की जाती है, साथ ही लोन या देनदारी के सालाना खर्च कम से कम 12-15 गुना होना चाहिए। उसके आधार पर सम एश्योर्ड को कैलकुलेट किया जाता है।

सेक्शन 80C के तहत टैक्स बेनिफिट पाने के लिए सम एश्योर्ड को सालाना प्रीमियम 10 गुना निर्धारित है। पॉलिसी की मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम सेक्शन (10D) के तहत टैक्स फ्री होती है।