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स्टार्टअप में 100 करोड़ रुपये सालाना निवेश की योजना- एचडीएफसी

HDFC के चेयरमैन ने युवाओं से कहा, ‘‘मौजूदा कठिनाइयों से निराश होने की जरूरत नहीं है।

आवास ऋण देने वाली कंपनी HDFC स्टार्टअप में 100 करोड़ रुपये सालाना निवेश की योजना बना रही है। HDFC द्वारा यह घोषणा ऐसे समय में की गयी है जब नवप्रवर्तन और रोजगार के अवसर सृजित करने को लेकर स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिये नीति मोर्चे पर काफी जोर है।

बनेगी नई टीम

समाचार एजेंसी भाषा से मिली सूचनाओं के आधार पर एचचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने मंगलवार को कहा कि कंपनी प्रौद्योगिकी स्टार्टअप में हर साल 100 करोड़ रुपये तक निवेश करने पर विचार कर रही है। इसके लिए स्टार्टअप में निवेश को समझने वाले लोगों की एक अलग टीम बनाई जाएगी।

दीपक पारेख ने कहा, ‘‘निदेशक मंडल की पिछली बैठक में स्टार्टअप में हर साल 100 करोड़ रुपये निवेश का विचार रखा गया था जिसको लेकर शुरुआत में निदेशक मंडल इच्छुक नहीं था। लेकिन उनका मानना है कि प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भविष्य के विचारों में निवेश करने की जरूरत है। कंपनी मुख्यालय में एक टीम बना रही है जो निवेश का जिम्मा संभालेगी।

ईमानदारी, सच्चाई और जवाबदेही प्रमुख तत्व

पारेख ने युवाओं को दृढप्रग्य रहने को कहा है साथ ही कहा आप मौजूदा आर्थिक नरमी से प्रभावित ना हों, यह संकट जल्दी खत्म होगा। उन्होंने युवा उद्यमियों से कहा, ‘‘मौजूदा कठिनाइयों से निराश होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का महत्वपूर्ण इंजन है क्योंकि यहाँ के लोगों में ईमानदारी, सच्चाई और जवाबदेही प्रमुख तत्व हैं जो सफलता की कुंजी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी चीज को शुरू करने में कभी कोई देरी नहीं होती।

केवल नियुक्ति पत्र के आधार पर ऋण

पुरानी यादों को ताज़ा करते हुए उन्होंने बताया  कि इन्फोसिस के सह-संस्थापक एन आर नारायणमूर्ति ने वित्तीय राजधानी में सबसे पहले मकान के लिये 70,000 रुपये का कर्ज उनकी कंपनी से लिया और उन्हें यह ऋण केवल नियुक्ति पत्र के आधार पर दिया गया था।  ज्ञात हो कि एचडीएफसी को भी एच टी पारेख ने तब शुरू किया था जब वह 65 साल के थे। चुनौतियों के बावजूद एचडीएफसी ने कारोबार के लिये अनूठा मॉडल अपनाया।