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सरकार ने की घोषणा, 1 फरवरी को ही पेश होगा बजट2020

संसदीय कार्यमंत्री पह्लाद जोशी ने बजट2020 की आधिकारिक घोषणा करते हुए कहा कि शनिवार 1 फरवरी 2020 को सुबह 11 बजे बजट पेश होगा

सारे चर्चाओं पर विराम लगते हुए केंद्र सरकार ने बजट के औपचारिक तारीख की घोषणा कर दी| वित्त वर्ष 2020-21 का आम बजट तय दिवस 1 फरवरी को ही पेश किया जाएगा| दरअसल, 1 फरवरी को शनिवार है तो ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे थे कि बजट की तारीख आगे बढ़ाई जा सकती है| लेकिन, बुधवार को संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने यह साफ कर दिया कि बजट 1 फरवरी को ही पेश होगा|

उससे पूर्व 31 जनवरी को आर्थिक सर्वे पेश किया जाएगा| इधर वित्त मंत्रालय ने बजट पेश करने के लिए तैयारियां शुरु कर दी है| इसके लिए वित्त मंत्री ने इंडस्ट्री के लोगों से मीटिंग भी शुरू कर दी है, जो आगे भी चलती रहेगी| ज्ञात हो कि यह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का दूसरा बजट होगा| ऐसी उम्‍मीद है कि आर्थिक मंदी का सामना कर रही अर्थव्‍यवस्‍था में सुधार के लिए बजट में कुछ बड़े उपायों की घोषणा की जा सकती है|

खुला रहेगा शेयर बाज़ार

बता दें कि 1 फरवरी को बजट पेश होने से उस दिन भारतीय शेयर बाजार भी खुला रहेगा| सामान्यतया शनिवार, रविवार को शेयर बाजार बंद रहता है| लेकिन इस बार शनिवार बजट पेश होने की वजह से उस दिन बाजार खुलेगा| वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को सुबह 11 बजे से बजट भाषण पढ़ना शुरू करेंगी| इसके पूर्व साल 2015-16 में शनिवार को बजट पेश किया गया था| बजट वाले दिन बाजार खुले रहने से उतार-चढ़ाव के बारे में नजर बनी रहती है| बजट में हर सेक्टर में पॉजटिव और निगेटिव दोनों होता है|

हो सकती हैं कुछ बड़ी घोषणाएं

GST

हाल ही में वित्त मंत्री ने जीएसटी काउंसिल के साथ चार बार बैठक की है| इस बैठक में जीएसटी के जरिये राजस्व बढ़ाने से लेकर अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए चर्चा की गई| बता दें कि देश की जीडीपी पिछले छह साल के सबसे न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई है, इसलिए इस बार GST में कुछ बड़े बदलाव की आशा है|

GDP बढ़ोत्तरी

इस बार सरकार को कम GDP के मामले में चौतरफा आलोचना का सामना करना पड़ा है| चालू वित्‍त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर छह साल के निचले स्‍तर 4.5 प्रतिशत पर रही, जिसने सरकार पर अर्थव्‍यवस्‍था को प्रोत्‍साहन देने के लिए विभिन्‍न कदम उठाने को मजबूर किया| सरकार ने वित्‍त वर्ष 2019-20 में सकल घरेलू उत्‍पाद की वृद्धि दर घटकर 5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है| इसलिए सरकार को जीडीपी विकास के लिए कुछ बड़े कदम उठाने ही होंगे|

इनकम टैक्स

अर्थव्यवस्था में सुस्ती के संकेतों के बीच देश के मिडिल क्लास को इस बजट से बहुत अधिक उम्मीदें हैं| पिछले साल सितंबर में केंद्र सरकार द्वारा Corporate Tax में भारी कटौती के बाद से ही लोग आगामी बजट में Income Tax में छूट की उम्मीद कर रहे हैं| टैक्स एक्सपर्ट्स के मुताबिक कॉरपोरेट टैक्स में कटौती के बाद से ही व्यक्तिगत आयकर में छूट की मांग लगातार उठ रही है| विशेषज्ञों को उम्मीद है कि सरकार टैक्स स्लैब में कमी के साथ कई ऐसे फैसले कर सकती है, जिससे देश के मध्यम वर्ग को काफी राहत मिल सकती है| हालांकि, कुछ एक्सपर्ट टैक्स कलेक्शन में भारी कमी को देखते हुए बहुत अधिक छूट को लेकर ज्यादा आश्वस्त नजर नहीं आते हैं|

बजट2020 की औपचरिक घोषणा के साथ ही बजट के लिए सभी की उल्टी गिनती शुरू हो गई है| सरकार क्या सुधार करती है, क्या नै घोषणाएं करती हैं यह 1 फरवरी को ही ज्ञात होगा| विदित है कि सरकार ने विगत कई वर्षों के भांति इस साल भी आम लोगों से सुझाव आमंत्रित किया है, तो उसका भी कुछ प्रभाव पड़ेगा यह देखना दिलचस्प होगा|