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बजट 2020: 10 बैंकों के विलय से बनेंगे 4 बैंक

10 बैंकों के विलय से बनेंगे 4 बैंक

आज बजट 2020 पेश करते हुए वित्त मंत्री  निर्मला सीतारमण ने बताया की 10 सरकारी बैंकों का विलय कर के सिर्फ 4 बैंक रहा जायेंगे।  उन्होंने ये भी कहा खाताधारकों को डरने की जरूरत नहीं है उनका पैसा सुरक्षित रहेगा। 2017 में देश में 27 सरकारी बैंक थे। विलय की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सरकारी बैंकों की संख्या घटकर 12 हो गई थी । जो अब और भी कम होने वाली है।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में छह छोटे सरकारी बैंकों का विलय पहले ही हो चुका है। इसके बाद सरकार ने पिछले साल बैंक ऑफ बड़ौदा में विजया बैंक और देना बैंक के विलय का एलान किया था। विलय की यह प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। निर्मला सीतारमण ने कहा भरात को  5 लाख करोड़ (ट्रिलियन) डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए नई पीढ़ी के बैंकों का होना जरूरी है। सरकार ने अगले पांच साल में भारतीय अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर का बनाने का लक्ष्य रखा है।

बैंक ग्राहकों को नहीं होगी दिक्कत

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा बैंकों का विलय होने से ग्राहकों को कोई दिक्कत नहीं होगी। उनके सेविंग अकाउंट ग्राहकों के द्वारा किया गया डिपाजिट अब ऐसे ही रहेगा। बैंकों द्वारा दिए गए क्रेडिट कार्ड ऐसे ही चलते रहेंगे । ग्राहकों को किसी दिक्कत का सामना न करना पड़े इसके लिए उनके खात बराबर से काम करेंगे। ग्राहक आसानी से लेन दें कर सकेंगे। 

करीब दो साल पहले जब एसबीआई के पांच सहयोगी बैंकों का विलय हुआ था तो 1,300 बैंक शाखाओं के नाम और आईएफएससी कोड बदल गए थे। एसबीआई ने मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता और लखनऊ जैसे बड़े शहरों की ब्रांच के नाम और आईएफएससी कोड बदल दिए थे। अब भी बस नए कोड के साथ काम करना होगा बाकी बैंकों का काम ऐसे ही रहेगा। अब ग्राहकों को नए बैंक मे जा कर अपना काम करना होगा।