88 प्रतिशत भारतीय मोबाईल से करते हैं ऑनलाइन पेमेंट
51 प्रतिशत ऑनलाइन बिक्री एप से होती है

डिमोनेटाइजेशन के बाद देश कैशलेस भुगतान प्रणाली का तेज विकास हुआ है|हालांकि शुरुआती दिनों में लोगों को कुछ परेशानी का सामना भी करना पड़ा|उस समय लोगों के मन में प्रायः ये प्रश्न उठता था कि क्या ऑनलाइन ट्रांजेक्शन उन्हें सुविधा देगा या उनकी परेशानी और बढ़ा देगा? क्या इससे कुछ फायदे होंगे या एक्स्ट्रा चार्ज चुकाना पड़ेगा?बहरहाल मोदी सरकार के तमाम प्रयासों के बाद लोगों का रुझान डिजिटल भुगतान की ओर तेजी से बढ़ा है|तमाम आंकड़े ये बताते हैं कि औसत भारतीय अब कैशलेस भुगतान प्रणाली के साथ सहज हो चुके हैं|बीते अक्टूबर में यूपीआई के माध्यम से किये गये एक अरब भुगतान ये बताते हैं कि देश में आने वाला समय डिजिटल भुगतान प्रणाली का होगा|
सरकार का प्रोत्साहन और सुविधाजनक प्रणाली:
डिजिटल भुगतान की ओर जनता का झुकाव यू ही नहीं बढ़ा है|इसके पीछे सरकार के प्रयास एवं इस प्रणाली का सुविधाजनक होना भी एक बड़ी वजह है|वित्तीय लेन देन में आसानी डिजिटल पेमेंट सिस्टम के लिए सबसे अच्छी बात है. आपको कैश ढोने, प्लास्टिक कार्ड, बैंक या एटीएम की लाइन में लगने की जरूरत नहीं है|खासतौर पर जब आप सफर में हों तो खर्च करने का यह सेफ और इजी विकल्प है|कार्ड ट्रांजेक्शन पर सरकार ने हाल में 2000 रूपये तक के पेमेंट को सर्विस टैक्स से फ्री कर दिया है| यह निर्णय डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए किया गया है| इसके बाद तो जैसे छूट के लिए घोषणाओं की झड़ी लग गयी|आपको अपनी बचत बढ़ाने के लिए फायदे उठाने का यह सही समय है|इसी क्रम में कार्ड से पेट्रोल खरीदने पर 0 .75 फीसदी छूट, रेल टिकट, हाइवे पर टोल, बीमा खरीदने जैसे कई छूट की घोषणा की गयी है|ये इन घोषणाओं का असर है कि आज बड़ी संख्या में लोग डिजिटल भुगतान प्रणाली से जुड़ चुके हैं|
88 प्रतिशत ग्राहक ऑनलाइन पेमेंट के लिए मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं:
भारत में करीब 88 प्रतिशत ग्राहक ऑनलाइन पेमेंट के लिए मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं।ये तथ्य पेपाल और आईपीएसओएस की एक हालिया रिपोर्ट में सामने आया है|रिपोर्ट के अनुसार,बिल भुगतान और फैशन दो ऐसे प्रमुख क्षेत्र हैं, जहां एप के माध्यम से खरीदारी होती है और आधे से अधिक ऑनलाइन बिक्री यहीं से होती है।भारत में लगभग 51 प्रतिशत ऑनलाइन बिक्री की मात्रा इन खरीदारी एप के माध्यम से होती है।बता दें यह रिपोर्ट 23 जुलाई और 25 अगस्त 2019 को हुए वैश्विक सर्वे का एक हिस्सा है।’पेपाल द आईपीएसओएस एमकॉमर्स रिपोर्ट’ में यह भी कहा गया कि 88 प्रतिशत भारतीय ग्राहक ऑनलाइन पेमेंट के लिए मोबाइल का प्रयोग करते हैं।रिपोर्ट के अनुसार भारत में 81 प्रतिशत व्यापारी वैश्विक औसत 63 प्रतिशत व्यापारियों के मुकाबले बढ़ती मांग और उपभोक्ता की प्राथमिकताओं का जवाब देने के लिए मोबाइल भुगतान स्वीकार करने के लिए अनुकूलित हैं।