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Air India पर कर्ज का बोझ बढ़कर और हुआ विशाल

राज्य सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दी जानकारी

कर्ज के बोझ तले डूबे Air India एयरलाइन के लिए दो ख़बरें हैं| बुरी खबर यह है कि एयर इंडिया पर कर्ज का बोझ बढ़कर और विशाल हो गया है, और अच्छी खबर यह है कि एयर एशिया इंडिया ने एयर इंडिया को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है|

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने संसद में देश की सरकारी एयरलाइंस कंपनी Air India पर बढ़ते कर्ज़ की जानकारी दी| पुरी ने राज्यसभा में बताया कि एयर इंडिया पर लगातार बढ़ते कर्ज की प्रमुख वजहों में सस्ती विमानन सेवा की बढ़ती प्रतिस्पर्धा के अलावा ऊंची ब्याज दर का बोझ और परिचालन खर्च में इजाफा शामिल है|

तीन सालों में 10,000 करोड़ का बढ़ा कर्ज 

संसद में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एयर इंडिया पर कुल कर्ज बढ़कर 58,255 करोड़ रूपए हो गया है| ज्ञात हो कि मौजूदा समय में विनिवेश की प्रक्रिया से गुजर रहे एयर इंडिया पर साल 2016-17 में 48,447 करोड़ रुपए का कर्ज था, जो 2017-18 में बढ़कर 55,308 करोड़ रुपए और 2018-19 में 58,255 करोड़ रुपये हो गया|

शर्तों में किया गया है बदलाव 

जानकारी के लिए बता दें कि सरकार एयर इंडिया की 100% हिस्सेदारी बेच रही है| पिछले साल 76% शेयर बेचने के लिए बोलियां मंगवाई थीं, लेकिन कोई खरीदार नहीं मिला| इसके बाद ट्रांजेक्शन एडवाइजर ईवाय ने बोली प्रक्रिया विफल रहने के कारणों पर रिपोर्ट तैयार की थी| रिपोर्ट के आधार पर इस बार शर्तों में बदलाव किया गया है और इसे आसान बनाते हुए और खरीददारों को आमंत्रित किया गया है|

फिर से टाटा का हो सकता है एयर इंडिया 

टाटा समूह सिंगापुर एयरलाइन्स के साथ मिलकर Air India की बोली लगाने का मन बना चुकी है| टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, टाटा समूह फैसला लेने के अंतिम दौर में पहुंच चुका है और डील के स्वरूप पर काम जारी है|

जानकारी के लिए बता दें कि एयर इंडिया की स्थापना आज से 88 साल पहले टाटा समूह ने ही की थी| वर्ष 1932 में टाटा एयर सर्विसेज के तौर पर एयर इंडिया की शुरुआत हुई थी| 1947 में इसका राष्ट्रीयकरण हो गया था और एक साल बाद इसका नाम बदलकर एयर इंडिया हो गया|

टोनी फर्नांडिस की सहमती का इंतज़ार 

ज्ञात हो कि एयर एशिया इंडिया में 51% हिस्सेदारी टाटा संस की है और बाकी 49% मलेशियाई कारोबारी टोनी फर्नांडिस के पास है| टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया एक्स्प्रेस के अधिग्रहण की प्रक्रिया में शामिल होने के लिए टोनी फर्नांडिस की मंजूरी मांगी है| सहमती बनते ही टाटा समूह औपचारिक रूप से डील के लिए आवेदन कर सकती है|