Bank of Baroda (BOB) ने की MCLR में कटौती, लोन होंगे सस्ते
SBI ने भी कुछ दिन पहले अपने MCLR दरों में की थी कटौती
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) ने अपनी सीमांत लागत आधारित ब्याज दरों (MCLR) में आज सोमवार को 0.10 प्रतिशत तक की कटौती करने की घोषणा की| नई दरें 12 फरवरी 2020 से लागू होंगी| बैंक की इस कटौती से कर्ज लेने वाले नए ग्राहकों के लिए आवास , वाहन और अन्य ऋण सस्ते होंगे|
BOB का MCLR हुआ 8.15 फीसदी
BOB बैंक की ओर से जारी बयान के मुताबिक ब्याज दर में कटौती बाद एक साल की MCLR 8.25 प्रतिशत से घटकर 8.15 प्रतिशत पर आ गई है| रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समीक्षा के कुछ दिन बाद बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने MCLR में कटौती की है|
RBI के कदम से बैंकों के लागत में हुई कमी
ज्ञात हो कि RBI ने रेपो दर को पूर्ववत के 5.15 प्रतिशत के दर पर ही बरकरार रखा था, लेकिन एक लाख करोड़ रूपए तक की प्रतिभूतियों को रेपो दर पर खरीदने की घोषणा की थी| RBI के इस कदम से बैंकों के लिए कोष की लागत कम होगी|
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार BOB ने एक महीने के कर्ज के लिए MCLR को 0.05 प्रतिशत कम करके 7.55 प्रतिशत कर दिया है, जबकि एक दिन, तीन महीने और छह महीने के MCLR में 0.10 प्रतिशत की कटौती की गई है|
SBI की नै MCLR दरें आज से हो गई लागू
विदित हो कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति की घोषणा के एक दिन बाद देश के सबसे बड़े बैंक SBI ने अपनी ऋण दरों में कटौती की थी, जिससे घर और ऑटो ऋण सस्ते हो गए हैं| ज्ञात हो कि SBI ने अपनी सावधि जमा या FD दरों में भी कटौती की है, लेकिन साथ ही एफडी पर मिलने वाले ब्याज में भी कमी की है| SBI की नई दरें आज10 फरवरी 2020 से लागू हो गईं हैं|
क्या होता है MCLR?
MCLR को मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट भी कहते हैं| इसके तहत बैंक अपने फंड की लागत के हिसाब से लोन की दरें तय करते हैं| ये बेंचमार्क दर होती हैं| इसके बढ़ने से आपके बैंक से लिए गए सभी तरह के लोन महंगे हो जाते हैं| साथ ही MCLR घटने पर लोन की EMI सस्ती हो जाती है|