CIL को मिला प्रतिदिन 20लाख घनमीटर प्रक्रतिक गैस उत्पादन करने का लक्ष्य
देश में कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) द्वारा कुल कोयला उत्पादन 82% होता है

कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) विश्व की सबसे कोयला उत्पादक कंपनी है|इसे भारत सरकार द्वारा 01 नवंबर 1975 में स्थापित किया गया| देश में कोल इंडिया कंपनी द्वारा 82% कुल कोयला उत्पादन होता है|हालही में सरकार ने सीआईएल को अगले दो-तीन सालों के में कोयला खदानों से प्रतिदिन 20 लाख घनमीटर प्राक्रतिक गैस उत्पादन करने का लक्ष्य दिया गया है|
कोयला मंत्रालय से मिली खबर के अनुसार, मंत्रालय ने इस संबंध में CIL के सलाहकारों को कंपनी के पट्टे वाले क्षेत्रों में कोल-बेड-मीथेन (CBM) के विकास कार्यों में सक्रीय रूप से शामिल होने को कहा गया है|ऐसे सक्रीय होने से देश को स्वच्छ गैस प्रदान की जा सकेगी|
कोल इंडिया द्वारा कोयले का उत्पादन
कोल इंडिया कंपनी को चालू वित्त वर्ष में 660 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है|गत वित्त वर्ष में कंपनी ने 607 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया था|शुरुआती दिनों में कंपनी सालाना लगभग 79 मिलियन टन जितना कोयला उत्पादन करती थी|केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने पिछले साल ही कोल इंडिया को प्राकृतिक गैस उत्पादन के नियमों में कुछ बदलाव किए गए थे|सरकार का यह निर्देशन कोल इंडिया के लिए काफी अहम् है| सरकार ने कोल-बेड-मीथेन जैसी प्राकृतिक गैसों के उत्पादन में तेजी लाने के लिए कोयला खदान कंपनी को यह लक्ष्य दिया है|
कोल-बेड-मीथेन (CBM) का महत्व
कोल-बेड-मीथेन (CBM) एक तरह की प्राकृतिक गैस है जो कि कोयला खदानों की निचली मोटी परतों में मौजूद होती है और इसे ड्रिलिंग करके निकाला जाता है। कोयला मंत्रालय ने पिछले महीने ही केन्द्रीय खान योजना और डिजाइन इंस्टीट्यूट से सीआईएल के पट्टाधारी क्षेत्रों में सीबीएम/कोल-बेड-मीथेन के विकास कार्यों में शामिल होने का आदेश जारी किया है|
सरकार द्वारा तय कार्यप्रणाली के अनुरूप कार्य करने पर अगले दो से तीन सालों में कोल इंडिया को कम से कम प्रतिदिन 20 लाख घनमीटर गैस का उत्पादन आसानी से किया जा सकेगा| कोल-बेड-मीथेन गैस के उत्पादन से देश भर में स्वच्छ गैस का प्रमाण बढ़ाया जा सकेगा|आसानी से प्राकृतिक शुद्ध गैस प्राप्त करायी जा सकेगी|