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दीनदयाल विकलांग पुनर्वास योजना के कार्य , विशेषताएं और उद्देश्य

इस योजना का उद्देश्य विकलांगों को समाज में समान सम्मान और सुरक्षा प्रदान करना है

दीनदयाल विकलांग पुनर्वास योजना (Deendayal Disabled Rehabilitation Scheme): हमारे सामजिक स्थिति में एक विकलांग को अपनी पहचान के लिए हमेशा ही संघर्ष करना पड़ता है| विकलांगों को समाज में विशेष स्थान और सम्मान देने के उद्देश्य से प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने विकलांगों को दिव्यांग नाम दिया था|

दीनदयाल विकलांग पुनर्वास योजना क्या है?

विकलांगों को समाज में समान स्तर के अवसर, सामजिक न्याय, समानता और सशक्तिकरण करने के उद्देश्य से भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा दीनदयाल विकलांग पुनर्वास योजना (DDRS) की शुरुआत की गई है|

इस योजना के तहत स्वसहायता समूहों (NGOs) के सहयोग से स्कूलों से ही विकलांगता की पहचान कर उसके अनुरूप सहायता और प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है, जिससे जीवन में आने वाले मुश्किलों का सामना वे डट कर और आसानी से कर सकें| साथ ही जीवन के विभिन्न परिस्थतियों में भी सहयोग प्रदान किया जाता है, ताकि एक विकलांग भी सामान्य जीवन यापन कर सकें|

दीनदयाल विकलांग पुनर्वास योजना sammelan

दीनदयाल डिसेबल्ड रिहैबिलिटेशन स्कीम के तहत जागरूकता फैलाने और विकलांगों के लिए अनुकूल वातावरण बनाने के उद्देश्य से समय-समय पर सम्मेलनों का आयोजन किया जाता है| जिसमें दीनदयाल विकलांग पुनर्वास योजना में आई प्रगति की समीक्षा की जाती है और साथ ही जो रुकावटें आ रहीं हैं, उनको दूर करने के बारे में विचार-विमर्श किया जाता है|

Deendayal Disabled Rehabilitation Scheme (DDRS) की विशेषताएं:

  1. दीनदयाल डिसेबल्ड रिहैबिलिटेशन स्कीम (DDRS) केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित कार्यक्रम है|
  2. इस फण्ड का आवंटन राज्य सरकारों और जिला अधिकारियों के मदद से NGOs को किया जाता है|
  3. दीनदयाल विकलांग पुनर्वास योजना के माध्यम से प्रति वर्ष लगभग 600 NGOs को अनुदान जारी किया जाता है|
  4. इस योजना के तहत केंद्र द्वारा 90% तक अनुदान की राशि प्रदान की जा सकती है|
  5. किसी भी NGOs को इस योजना के तहत कार्य करने के लिए कम से कम 2 वर्षों का रजिस्ट्रेशन होने के साथ-साथ जिला समाज कल्याण अधिकारी और राज्य सरकार से सिफारिश की आवश्यक की आवश्यकता होती है, क्योंकि उनके अनुमोदन से ही NGOs का सत्यापन होता है|

दीनदयाल विकलांग पुनर्वास योजना (DDRS) के कार्य और उद्देश्य:

  1. विकलांगों को समाज में समान सम्मान और सुरक्षा प्रदान करवाना|
  2. विकलांगों की विशेष देखभाल और चिकित्सा सुविधा प्रदान करना|
  3. क्षेत्र में विकलांग व्यक्तियों के सही आंकड़े एकत्रित कर डाटा सरकार के समक्ष रखना|
  4. विकलांगों की पहचान कर उनतक उनकी आवश्यकता के उपकरणों की सप्लाई और उपयोग करने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करना|
  5. विकलांगों के लिए शिक्षा और व्यवसाय के सही अवसर उपलब्ध कराना| इसके लिए आवश्यक हो तो लोन उपलब्ध कराने में सहयोग प्रदान करना|
  6. बाढ़, तूफ़ान जैसे आपदा की स्थिति में विकलांगों को सुरक्षित बाहर निकालना|
  7. विकलांग व्यक्तियों के लिए बस, ट्रेन पास और टिकट के लिए सही व्यवस्था करवाना|
  8. विकलांग व्यक्ति के परिवार के सदस्य को परामर्श और सलाह देना|

सरकारी योजना २०२०

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