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भारतीय अर्थव्यवस्था :औद्योगिक उत्पादन में आयी गिरावट

खनन क्षेत्र के उत्पादन में वृद्धि

आर्थिक सुस्ती और नरमी का प्रभाव प्रायः हर सेक्टर में नजर आ रहा है|इस बीच देश के विनिर्माण क्षेत्र में नरमी रहने के कारण दिसंबर 2019 दौरान औद्योगिक उत्पादन में 0.3 फीसदी की गिरावट आई है।इससे पहले नवंबर 2019 में औद्योगिक उत्पादन में 1.82 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी |जबकि एक साल पहले दिसंबर 2018 में देश के औद्योगिक उत्पादन में 2.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी।

सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के आंकड़े:

औद्योगिक उत्पादन के ये आधिकारिक आंकड़े सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी किये गए| मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, आधार वर्ष 2011-12 पर आधारित औद्योगिक उत्पादन सूचकांक दिसंबर 2019 में 133.5 पर दर्ज किया गया जो कि दिसंबर 2018 के सूचकांक से 0.3 फीसदी नीचे है। विदित हो कि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में दिसंबर 2018 के दौरान 2.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी।

विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन में भी कमी:

सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार,चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से दिसंबर 2019 के दौरान औद्योगिक उत्पादन की संचयी वृद्धि दर पिछले साल के मुकाबले 0.5 फीसदी रही। विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन में बीते दिसंबर में शून्य से 1.2 फीसदी कम दर्ज की गई,जबकि एक साल पहले इसी महीने में विनिर्माण क्षेत्र की उत्पादन वृद्धि दर 2.9 फीसदी दर्ज की गई थी।

खनन एवं अन्य उत्पादन:

मंत्रालय द्वारा प्रतुत आंकड़ों के अनुसार,आलोच्य महीने में खनन क्षेत्र के उत्पादन में वृद्धि दर्ज की गई जबकि बिजली उत्पादन में गिरावट दर्ज की गयी। बता दें खनन क्षेत्र का उत्पादन पिछले साल के इसी महीने के शून्य से एक फीसदी नीचे था जो बढ़कर दिसंबर में 5.4 फीसदी हो गया है। वहीं, बिजली उत्पादन का उपसूचकांक 4.5 फीसदी से घटकर शून्य से एक फीसदी कम पर आ गया।सूचकांक में सबसे अधिक 34.04 के भारांक वाले प्राथमिक क्षेत्र की वस्तुओं के उत्पादन में 2.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। वहीं, इंटरमीडिएट गुड्स का उत्पादन 12.5 फीसदी बढ़ा। जबकि इन्फ्रास्ट्रक्चर/निर्माण क्षेत्र के उत्पादन की वृद्धि दर घटकर शून्य से 2.6 फीसदी कम हो गई। इसी प्रकार पूंजीगत वस्तुओं की उत्पादन वृद्धि दर घटकर शून्य से 18.2 फीसदी रह गई।