Arthgyani
होम > न्यूज > Mustard Mission:200 टन सरसों उत्पादन का लक्ष्य

Mustard Mission:200 टन सरसों उत्पादन का लक्ष्य

केंद्रीय मंत्री ने दिए थे राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन के संकेत

भारत खाने के तेल की अपनी जरूरतों का तकरीबन 70 फीसदी आयात करता है|जिसमें पाम तेल का आयात सबसे ज्यादा होता है।पाम तेल के सबसे बड़े उत्पादक इंडोनेशिया और मलेशिया में बायोडीजल कार्यक्रम में पाम तेल की खपत बढ़ने से भारत में इसका आयात महंगा हो गया है, जिसके कारण तमाम खाद्य तेलों के दाम में बीते कुछ महीने में काफी वृद्धि हुई है। खाद्य तेल की दृष्टि से देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए खाद्य तेल उद्योग संगठन सॉल्वेंट एक्स्ट्रक्टर्स एसोसिएशन (एसईए) ऑफ इंडिया ने अगले पांच साल में देश में सरसों का उत्पादन बढ़ाकर 200 लाख टन करने का लक्ष्य रखा है। यह जानकारी एसईए के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. बी. वी. मेहता ने आईएएनएस न्यूज़ एजेंसी को दी।

परियोजना मस्टर्ड मिशन शुरू:

एसईए के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. बी. वी. मेहता ने बताया कि, घरेलू खाद्य तेल उद्योग ने अगले पांच साल में देश में सरसों का उत्पादन बढ़ाकर 200 लाख टन करने का लक्ष्य रखा है। एसईए ने इसके लिए ‘मस्टर्ड मिशन’ नाम से एक परियोजना शुरू की है, जिसका पायलट प्रोजेक्ट देश के प्रमुख सरसों उत्पादक राज्य राजस्थान के कोटा और बूंदी में शुरू किया गया है, जहां 2,500 किसानों को शामिल कर 100 मॉडल फार्म तैयार किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरसों देश की प्रमुख तिलहन फसल है और खाद्य तेल के रूप में सरसों के तेल का उपयोग काफी होता है, लिहाजा सरसों का उत्पादन बढ़ाकर देश को खाद्य तेल के मामले में आत्मनिर्भर बनाना घरेलू उद्योग का लक्ष्य है।

केंद्रीय मंत्री ने दिए थे राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन के संकेत:

तेल आयात को घटाने के लिए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा था कि सरकार जल्द ही राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन लांच करने वाली है। गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों से तेल के दाम में आये उछाल के कारण सरकार ये कदम उठाने जा रही है|केंद्र सरकार ने प्रस्तावित राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन (एनएमईओ) की तैयारी तेज कर दी है।आगामी वित्त वर्ष में एनएमईओ की घोषणा संभावित है। सरकार की मुहीम को देखते हुए एसईए ने भी मिशन मोड़ में काम करने का फैसला किया है| एसईए के कार्यकारी अध्यक्ष मेहता ने बताया कि इसके लिए नीदरलैंड की एक गैर-सरकारी संस्था सॉलिडरीडाड के अनुभव का उपयोग किया जाएगा। मस्टर्ड मिशन में यह संस्था सहयोगी की भूमिका निभायेगी|