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नागपुर बनेगा Orange Cluster

नागपुर की वैश्विक पहचान संतरा उत्पादन से जुड़ी है

बजट-2020 में वित्त मंत्री ने कृषि को प्रोत्साहन देने के संकेत दिए थे|प्रधानमंत्री स्वयं भी विभिन्न सार्वजनिक मंचों से किसानों की आय दोगुनी करने की बात कह चुके हैं|इस दिशा में नयी पहल करते हुए अब बागवानी को बढ़ावा दे रही है|सरकार परंपरागत खेती से हटकर कुछ नए विकल्पों के माध्यम से किसानों की आय बढाने की कोशिश कर रही है|इसी क्रम में अब संतरे के उत्पादन के लिए मशहूर नागपुर को Orange Cluster बनाया जाएगा|

एपेडा होगी नोडल एजेंसी:

बागवानी से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सरकार अब संतरे के शहर नागपुर को Orange Cluster बनायेगी। गौरतलब है कि नागपुर की वैश्विक पहचान संतरा उत्पादन से जुड़ी है|अब सरकार इसी पहचान को निर्यात का आधार बनाना चाहती है| दरअसल निर्यात के द्वारा सरकार संतरा उत्पादक किसानों को अधिक से अधिक मुल्य दिलाना चाहती है|लीची उत्पादन के लिए मुजफ्फरपुर के बाद अब संतरे का निर्यात बढ़ाने के लिए नागपुर में जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर भी बनाया जाएगा।इसके लिए एग्रीकल्चर एंड प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी (एपेडा) नोडल एजेंसी होगी।बता दें वर्ष 2018 में 1,018.3 करोड़ डॉलर के संतरे का अंतरराष्ट्रीय व्यापार हुआ। जबकि 2018-19 में 8,781 हजार टन संतरे का उत्पादन हुआ था, जिसमें मंडारिन व क्लेमेंटाइन किस्म भी शामिल हैं।

मध्य पूर्व देशों में होगा निर्यात:

कृषि निर्यात नीति (एईपी) के तहत नागपुर का विकास अब Orange Cluster के रूप में किया जाएगा। एईपी के तहत निर्यात बढ़ाने के लिए बाजार की पहचान करना है। नागपुर से मुख्यत: मध्य पूर्व के देशों को संतरे का निर्यात होगा। एईपी के तहत नागपुर और आसपास के इलाके के संतरे की विशेष ब्रांडिंग भी की जायेगी। इसी क्रम में नागपुर से दुबई को संतरे की पहली खेप 13 फरवरी 2020 को भेजी गई। यह खेप नवी मुंबई के वाशी से भेजी गई। इस खेप में वेनगार्ड हेल्थ केयर परिसर से रेफ्रिजरेटेड कंटेनर में कुल 1,500 कैरेट्स भेजे गए हैं।

दुनिया की उन्नत नस्लों में शामिल मंडारिन:

विदित हो कि नागपुर में पैदा होने वाला संतरा विश्व की उन्नत प्रजातियों में शामिल है|संतरे की नागपुर मंडारिन किस्म दुनिया की सबसे अच्छी मंडारिन किस्मों में से एक है। मध्य और पश्चिम भारत में हर साल इस किस्म की उपज बढ़ रही है। फरवरी और मार्च में तैयार म्रिग फसल (मानसून ब्लॉजम) में निर्यात की काफी अच्छी संभावना है।