बैंक एफडी से 6 फीसदी तक ज्यादा एनसीडी का ब्याज
एएए एनसीडी को 7.4-7.5 फीसदी तक रिटर्न देना चाहिए।

बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट और कम रेटिंग वाले नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर (एनसीडी) से मिलने वाले रिटर्न के बीच का अंतर बढ़ रहा है। श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस, आईएफसीआई और आईआईएफएल फाइनेंस जैसी फाइनेंस कंपनियां भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के फिक्स्ड डिपॉजिट से 4-6 फीसदी ज्यादा रिटर्न दे रहे हैं। इन कंपनियों की क्रेडिट रेटिंग टॉप पर नहीं है।
फाइनेंशियल प्लानरों ने कहा कि रिटर्न की दरों में अंतर को देखते हुए चुनिंदा फाइनेंस कंपनियों के एनसीडी में निवेश किया जा सकता है।सिनर्जी कैपिटल के एमडी विक्रम दलाल ने कहा, ”अमूमन एएए रेटिंग वाले बॉन्डों का रिटर्न सरकारी बॉन्ड की तुलना में एक फीसदी ज्यादा होता है। वहीं, एए रेटिंग वाले कंपनी के बॉन्ड से 2 फीसदी अधिक रिटर्न पाने की उम्मीद रहती है।”
बहुत कंपनी 10-12 फीसदी रिटर्न दे रही हैं।
अभी 10 साल के बेंचमार्क बॉन्ड पर ब्याज की दर 6.4 फीसदी है। इसका मतलब यह है कि एएए एनसीडी को 7.4-7.5 फीसदी तक रिटर्न देना चाहिए। वहीं, एए रेटिंग के एनसीडी पर 8.5-8.9 फीसदी रिटर्न होना चाहिए।श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस, आईएफसीआई और आईआईएफएल फाइनेंस जैसी फाइनेंस कंपनियां सालाना 10-12 फीसदी रिटर्न दे रही हैं। ये टॉप रेटिंग बॉन्डों में शामिल नहीं हैं। वहीं, एसबीआई के फिक्स्ड डिपॉजिट पर अधिकतम ब्याज की दरें 6 फीसदी के आसपास हैं।
उदाहरण के लिए बीबीबी- की कम रेटिंग के साथ आईएफसीआई के बॉन्ड 9.9 फीसदी ब्याज दे रहे हैं। इस कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी 56 फीसदी है। ये बॉन्ड दिसंबर 2024 में मैच्योर होंगे।एए+ रेटिंग वाले श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस के बॉन्ड सालाना 9.5 फीसदी ब्याज की पेशकश कर रहे हैं।
ये नवंबर 2023 में मैच्योर होंगे। 9.85 फीसदी ब्याज दे रहे आईआईएफएल के बॉन्ड दिसंबर 2022 में मैच्योर होंगे।विक्रम दलाल आईएफसीआई, जबकि जीईपीएल कैपिटल में हेड (डिस्ट्रीब्यूशन) रूपेश भंसाली श्रीराम ट्रांसपोर्ट के बॉन्ड में पैसा लगाने की सलाह दे रहे हैं।