वोडाफोन और आइडिया से लिया जायेगा पुराना बकाया
टेलिकॉम डिपार्टमेंट इन कम्पनियों के वित्त वर्ष 2018 -19 के बकाया रकम की गणना करने में जुटी।
टेलिकॉम कंपनियों की मुश्किलें कम होती नहीं लग रही है। वोडाफोन आइडिया और एयरटेल पर नए तरीके से पुरानी दिक्कतें सामने आ रही है। दरअसल टेलिकॉम डिपार्टमेंट (DoT – dept.of telecom) इन कम्पनियों के वित्त वर्ष 2018 और 2019 के भी बकाया रकम की गणना करने में जुट गयी है।
नवभारत टाइम्स के साझा की गयी ख़बरों के अनुसार DoT से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि अब तक AGR की बकाया रकम 2016-17 तक कैलकुलेट की गई है परन्तु अब वित्त वर्ष 2018 और 2019 के लिए भी इंटरेस्ट और पेनल्टी सहित बकाया राशि की गणना की जा रही है।
नया कानूनी विवाद शुरू होने की संभावना
उम्मीद है कि अगर वित्त वर्ष 2018 और 2019 के लिए भी इंटरेस्ट और पेनल्टी सहित AGR की बकाया रकम मांगी गयी तो कम्पनियों की देनदारी 40 पर्सेंट तक बढ़ सकती है जिससे सरकार के द्वारा अनुमानित आंकड़े और टेलिकॉम कंपनियों ख़ुद के द्वारा तैयार आंकड़ों के बीच काफी अंतर परिलक्षित होगा। लिहाजा DoT और टेलेकॉम कम्पनियों के बीच एक नए कानूनी विवाद शुरू होने की तीव्र संभावना है।
कम्पनियों की देनदारी
DoT के द्वारा जरी आंकड़ों के अनुसार कम्पनियों की अबतक की कुल देनदारी –
- वोडाफोन आइडिया की बकाया रकम 56,709.49 करोड़ रुपये।
- भारती एयरटेल की कुल देनदारी 39,723.93 करोड़ रुपये हैं।
- टाटा टेलिसर्विसेज को कुल 14,819.03 करोड़ रुपये चुकाने हैं।
कम्पनियों द्वारा भुगतान राशि
- वोडाफोन आइडिया ने 2,500 करोड़ रुपये का सोमवार को भुगतान किया।
- भारती एयरटेल ने 10,000 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है।
- टाटा टेलिसर्विसेज ने 2,197 करोड़ रुपये चुका दिए हैं।
- वोडाफोन आइडिया ने शुक्रवार तक 1,000 करोड़ रुपये और देने की बात कही है।
कम्पनियों का उनके ख़ुद के अनुमान के अनुसार यह पूरा और अंतिम भुगतान है। भारती एयरटेल का कहना है कि शुरुआती कैलकुलेशन के अनुसार बकाया रकम सिर्फ़ 15,000-18,000 करोड़ रुपये है, जबकि वोडाफोन आइडिया ने अपनी गणना में कहा हमारी बकाया लगभग 23,000 करोड़ रुपये की थी।
गौरतलब है कि बीते कुछ महीनों से आ रही ख़बरों के अनुसार वोडाफोन आइडिया की वित्तीय स्थिति निराशाजनक है। ऐसे में अगर वोडाफोन आइडिया को राहत नहीं दी जाएगी तो उसे अपना बिजनस बंद करना पड़ सकता है जो दुर्भाग्यपूर्ण हो सकता है।