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SEBI द्वारा फोरेंसिक जांच की संभावना से Infosys के शेयरों में भारी नुकसान

इन्फोसिस अमेरिकी शेयर बाजार में भी लिस्टेड है, इसलिए वहां के रेग्युलेटर सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन ने भी व्हिसलब्लोअर के आरोपों की जांच शुरू की थी।

भारत की दूसरी बड़ी IT कंपनी इन्फोसिस ने शुक्रवार को बताया कि सेबी ने व्हिसलब्लोअर की शिकायत की फिर से जांच के लिए नहीं कहा है| इन्फोसिस ने यह सफाई इसलिए दी, क्योंकि कहा जा रहा है कि शेयर बाजार नियामक सेबी इन्फोसिस के खातों का फॉरेंसिंक ऑडिट करवा सकता है| कंपनी ने इस महीने कहा था कि उसकी ऑडिट समिति को वित्तीय अनियमितता अथवा कार्यकारियों द्वारा दुर्व्यवहार के कोई सबूत नहीं मिले हैं|

सत्यम कम्प्यूटर्स लिमिटेड के घोटाले के बाद से सेबी है चौकन्ना

ज्ञात हो कि सत्यम कम्प्यूटर्स लिमिटेड के घोटाले के बाद से सेबी बहुत ही ज्यादा चौकंन्ना रहता है व वह निवेशकों के हित वाले मुद्दों में किसी भी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहता और वह पूर्ण रूप से आश्वस्त होना चाहता है| इन्फोसिस के फोरेंसिक जांच की बात भी इसी संदर्भ से निकल कर आ रही है| विदित हो कि सत्यम कम्प्यूटर्स लिमिटेड घोटाले का खुलासा 2009 में हुआ था, तब शेयर बाज़ार क्रेश हो गया था|

बैलेंस शीट के साथ छेड़छाड़ का था आरोप

ज्ञात हो कि पिछले साल व्हिसलब्लोअर के एक ग्रुप ने कंपनी के शीर्ष कार्यकारियों पर बैलेंस शीट के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था| सूत्रों के अनुसार व्हिसलब्लोअर के आरोपों को लेकर सेबी की जांच जारी है और नियामक कंपनी को खाते की फोरेंसिक ऑडिट कराने के लिये कह सकता है| ज्ञात हो कि इन्फोसिस की ऑडिट कमेटी CEO सलिल पारेख और CFO निलंजन रॉय को क्लीन चिट दे चुकी है| दोनों पर आरोप लगे थे कि उन्होंने मुनाफा बढ़ाने के लिए अकाउंटिंग में गड़बड़ी की है|

इन्फोसिस ने BSE को दी है जानकारी

कंपनी ने इस महीने कहा था कि उसकी ऑडिट समिति को वित्तीय अनियमितता अथवा कार्यकारियों द्वारा दुर्व्यवहार के कोई सबूत नहीं मिले हैं| कंपनी ने कल शुक्रवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज से कहा था कि, ‘कंपनी को ऑडिट आगे बढ़ाने को लेकर सेबी से कोई निर्देश नहीं मिला है, जैसा कि कुछ खबरों में कहा जा रहा है|’ कंपनी ने साथ में यह भी कहा कि वह सेबी के साथ सहयोग कर रही है और आगे भी सहयोग करने को तैयार है|

अमेरिका में भी जांच

भारतीय IT कंपनी इन्फोसिस ने अक्टूबर में पहली बार व्हिसलब्लोअर के आरोपों की जानकारी दी थी| कंपनी ने बाद में स्वतंत्र कानूनी फर्म की मदद से आरोपों की जांच करवाई थी| ज्ञात हो कि इन्फोसिस अमेरिकी शेयर बाजार में भी लिस्टेड है, इसलिए वहां के रेग्युलेटर सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन ने भी व्हिसलब्लोअर के आरोपों की जांच शुरू की थी| हालांकि उनकी रिपोर्ट का ख़ुलासा नहीं किया गया है|

इन्फोसिस के शेयर में जारी है गिरावट का सिलसिला

खबर आने पर कल सप्ताहांत में इन्फोसिस के शेयर BSE पर 0.20% नुकसान के साथ 782.95 रुपए पर बंद हुआ था, वहीं NSE पर 0.17% नीचे 783 रुपए पर क्लोजिंग हुई| अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सोमवार को निवेशक कंपनी के शेयरों के लिए क्या रुख अपनाते है|