सरकार के वीजा प्रतिबंध से अर्थव्यवस्था की हालत होगी और ख़राब!
13 मार्च से लेकर 15 अप्रैल 2020 तक सभी तरह वीजा पर लगेगा नियंत्रण
WHO द्वारा कोरोना वायरस को वैश्विक महामारी घोषित करने के बाद से भारत ने भी अपने आप को पूरे दुनिया से काटने का निर्णय लिया है और आज 13 मार्च से लेकर 15 अप्रैल 2020 तक सभी तरह वीजा को निरस्त करने की घोषणा की है| इस प्रतिबंध से राजनयिक, सरकारी, संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थानों, एम्प्लॉयमेंट और प्रोजेक्ट वीज़ा को सशर्त छूट प्राप्त होगी| ज्ञात हो कि अब तक कोरोना वायरस से पूरे विश्व में 4 हज़ार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जिसमें से कल भारत में भी पहली कोरोना जनित मृत्यु शामिल है|
विदेशी दौरे से वापसी पर रखा जाएगा निगरानी में
सरकार के इस एहतियातन आदेश में भारत से विदेश जाने वाले लोगों को भी विदेश दौरा न करने की सलाह दी गई है| अगर बहुत ही आवश्यक हुआ तो विदेशों से वापसी पर कड़े मेडिकल टेस्ट से गुजरना पड़ सकता है, साथ ही 14 दिनों के मेडिकल निगरानी (क्वारंटाइन) में भी रखा जा सकता है| यह आदेश उन लोगों पर भी लागू होगा जिन्होंने 15 फरवरी के बाद से चीन, इटली, ईरान, कोरिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी आदि देशों की यात्रा की है और अभी भारत में रह रहे हैं|
अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा ख़राब प्रभाव
भारत के द्वारा कोरोना से बचने के लिए उठाये गए इस सुरक्षात्मक कड़े कदम से खराब दौर से गुजर रहे भारतीय अर्थव्यवस्था पर और भी बुरा प्रभाव पड़ेगा|
आइए जानते हैं कि भारत सरकार के इस एहतियाती कदम का भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या-क्या दुष्प्रभाव पड़ने वाले हैं:
- टूरिज्म- ज्ञात हो कि वर्तमान समय भारत में बहुत ही मात्रा में विदेशी सैलानी घुमने के लिए आते हैं और आंकड़ों के अनुसार मार्च का महीना साल में सबसे ज्यादा विदेशी सैलानी के लिए जाना जाता है| इस तरह से भारत के टूर इंडस्ट्री को सबसे बड़ा नुकसान झेलना होगा, जोकि भारतीय अर्थव्यस्था में एक बड़ी भूमिका निभाते हैं|
- आयात- कोरोना वायरस की वजह से चीन से आयात ऐसे भी बहुत ही ज्यादा प्रभावित हुआ है, जिसका असर दवाओं के मूल्य पर आप देख सकते हैं| आगे के एक महीने से ज्यादा समय तक वीजा प्रतिबंध से इस स्थिति के और भी बिगड़ने की संभावना है|
- महंगाई- सरकार के इस एहतियातन कदम से देश में महंगाई बढ़ने की पूरी संभावनाएं हैं| विशेषतः इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र में तो इसका प्रभाव निश्चित तौर से देखने को मिलेगा, क्योंकि यह क्षेत्र तो बहुत हद तक विदेशों से आयातित पुर्जों पर ही निर्भर है| इसके अलावे भी कई क्षेत्रों में महंगाई की दर में भारी इजाफा होगा|
- निर्यात- भारत का व्यापार घाटा पूर्व से ही बहुत ज्यादा है| भारत सरकार के वीजा प्रतिबंध से निर्यात में और भी कमीं आने की संभावनाएं हैं| जिससे व्यापार घाटा और भी बढ़ सकता है|
- मेडिकल टूरिज्म- भारत विश्व का एक बड़ा मेडिकल टूरिज्म का केंद्र बनता जा रहा है| भारत सरकार के इस वीजा प्रतिबंध से अगले एक महीने तक मरीज भारत दौरा करने में अक्षम होंगे| इससे तेज़ी से बढ़ते मेडिकल टूरिज्म को धक्का लगेगा|