Aftermarket – आफ्टर मार्किट
आफ्टर मार्किट परफॉरमेंस स्टॉक्स के पैसे के बीच का अंतर होता है जब पुराने कि जगह नए स्टोक मार्किट में आते है और उसके खत्म होने का कोई निर्धारित वक़्त नहीं होता है और किसी भी शेयर की आफ्टर मार्किट परफॉरमेंस पहले दिन से ही शुरू होती है जबसे वह मार्किट में आता है |
किसी भी शेयर की आफ्टर वैल्यू मार्किट परफॉरमेंस का पता उसके लॉक अप पीरियड से पता चलता है जिसमे कि ना इन्वेस्टर पैसे डाल सकता है न पैसे निकाल सकता है |
IPO में आप्शन ट्रेड काफी मुश्किल से होते है क्योकी क्लोजिंग के बाद 5 दिन में हर एक शेयर ज्यादा से ज्यादा बार ट्रेड होना चाहिए और उस में कम से कम 2००० से ऊपर शेयर होल्डर्स होने चहिए ऐसे में हमे औप्शन ट्रेडिंग का मौका मिलता है |
अगर हमारी ब्रोकरेज हमे ऐसा करने का मौका देती है तो ही हम स्टॉक खरीद सकते है जिसे हम आफ्टर ऑवर ट्रेडिंग भी कहते है |