Arthgyani
होम > Aftermarket – आफ्टर मार्किट

Aftermarket – आफ्टर मार्किट

« Back to Glossary Index

आफ्टर मार्किट परफॉरमेंस स्टॉक्स के पैसे के बीच का अंतर होता है जब पुराने कि जगह नए स्टोक मार्किट में आते है और उसके खत्म होने का कोई निर्धारित वक़्त नहीं होता है और किसी भी शेयर की आफ्टर मार्किट परफॉरमेंस पहले दिन से ही शुरू होती है जबसे वह मार्किट में आता है |

किसी भी शेयर की आफ्टर वैल्यू मार्किट परफॉरमेंस का पता उसके लॉक अप पीरियड से पता चलता है जिसमे कि ना इन्वेस्टर पैसे डाल सकता है न पैसे निकाल सकता है |

IPO में आप्शन ट्रेड काफी मुश्किल से होते है क्योकी क्लोजिंग के बाद 5 दिन में हर एक शेयर ज्यादा से ज्यादा बार ट्रेड होना चाहिए और उस में कम से कम 2००० से ऊपर शेयर होल्डर्स होने चहिए ऐसे में हमे औप्शन ट्रेडिंग का मौका मिलता है |

अगर हमारी ब्रोकरेज हमे ऐसा करने का मौका देती है तो ही हम स्टॉक खरीद सकते है जिसे हम आफ्टर ऑवर ट्रेडिंग भी कहते है |

« Back to Glossary Index