भारती एयरटेल का इंपोर्ट-एक्सपोर्ट लाइसेंस निलंबित – वाणिज्य मंत्रालय
भारती एयरटेल के निर्यात दायित्वों का पालन नहीं किये जाने के कारण यह निर्णय लिया गया है।
एयरटेल की सुविधा इस्तेमाल करने वालों के लिये बुरी खबर है। भारती एयरटेल को प्रवेश निषेध सूची में डाल दिया गया है। अर्थात भारती एयरटेल के इंपोर्ट-एक्सपोर्ट लाइसेंस को निलंबित कर दिया गया है। विदेश व्यापार महानिदेशालय या डीजीएफटी द्वारा सुनील मित्तल की भारती एयरटेल के निर्यात दायित्वों का पूरी तरह पालन नहीं किये जाने के कारण यह निर्णय लिया गया है।
समाचार एजेंसी से मिली सूचनाओं के आधार पर वाणिज्य मंत्रालय के तहत आने वाले विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT-The Directorate General of Foreign Trade) ने कहा है, पूंजीगत सामानों की निर्यात संवर्द्धन (ईपीसीजी) योजना के तहत कंपनियों को कुछ अधिकार दिये गये जिनमें एयरटेल द्वारा अपने निर्यात दायित्वों का निर्वहन पूरी तरह नहीं किया गया।
निर्यात लाभ से एयरटेल हुआ वंचित
ज्ञात हो कि ब्लैक लिस्टेड होने के बाद कंपनी डीजीएफटी से कोई भी निर्यात लाभ अथवा लाइसेंस प्राप्त नहीं कर सकेगी। हालांकि, एयरटेल से जुड़े सूत्रों का कहना है कि , ‘‘एयरटेल ने अप्रैल 2018 के बाद से इस तरह का (निर्यात का) कोई लाइसेंस नहीं लिया है, क्योंकि उसके परिचालन में इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। बल्कि कंपनी पहले ही इस तरह के पुराने सभी लाइसेंस निरस्त करने का आवेदन कर चुकी है और उसे सरकार से इसकी अनुमति मिलने का इंतजार है।
निर्यात संवर्धन योजना
पूंजीगत सामान निर्यात संवर्धन योजना एक निर्यात प्रोत्साहन योजना है, जिसके तहत वस्तुओं के निर्यात के लिए पूंजीगत सामानों का नि:शुल्क आयात करने की अनुमति है। योजना के तहत आयातकों को बचाए गए आयात शुल्क के मुकाबले छह गुना तक निर्यात दायित्व पूरा करना होता है।
विदित हो कि डीजीएफटी के अनुसार अलग-अलग स्कीम के तहत निर्यात दायित्वों को पूरा न करने की वजह से प्रवेश निषेध सूची को बनाए रखा जाता है। इस सूची में किसी कंपनी को शामिल किये जाने से उस कंपनी का आयात लाइसेंस रद्द हो जाता है।