Arthgyani
होम > न्यूज > 10 सरकारी बैंकों का होगा विलय इस सप्ताह अधिसूचना होगी जारी

10 सरकारी बैंकों का होगा विलय इस सप्ताह अधिसूचना होगी जारी

10 सरकारी बैंकों का होगा विलय

बहुत जल्द 10 सरकारी बैंकों के मर्जर की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इसको लेकर सरकार की तरफ से इस सप्ताह नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है। इन 10 बैंकों का मर्जर कर चार बिग फोर बैंक बनाए जाएंगे। इसको लेकर ग्राउंडवर्क का काम किया जा चुका है।

ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, 10 बैंकों के विलय को लेकर ग्राउंडवर्क पूरा हो चुका है और अब केवल विलय की घोषणा बाकी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नोटिफिकेशन जारी होने के बाद संबंधित बैंकों के बोर्ड सदस्यों की बैठक होगी और फिर ग्राहकों को अंतिम जानकारी दी जाएगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस विलय में शेयरहोल्डर्स के हितों का भी ख्याल रखा गया है। विलय होने वाले बैंकों की वैल्यू चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के नतीजों के आधार पर तय की जाएगी।

इन बैंकों का होगा विलय

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक का विलय होगा। इस विलय के बाद बनने वाला बैंक देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक होगा। नए बैंक के पास करीब 17 लाख करोड़ रुपए का कारोबार होगा।

केनरा बैंक के साथ सिंडिकेट बैंक का विलय होगा। विलय के बाद यह देश का चौथा सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा। इस बैंक के पास 15.20 लाख करोड़ रुपए का कारोबार होगा।

यूनियन बैंक का आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक के साथ विलय होगा। विलय के बाद बनने वाला बैंक देश का पांचवां सबसे बड़ा सरकारी बैंक होगा। इस बैंक के पास 14.59 लाख करोड़ रुपए का कारोबार होगा।

इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक विलय के बाद देश का सातवां सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा। इस बैंक के पास 8.08 लाख करोड़ रुपए का कारोबार होगा।

27 से घाट कर रह जायेंगे 12 सरकारी बैंक

केंद्र सरकार ने वैश्विक स्तर पर मुकाबला करने के लिए बड़े बैंक बनाने के मकसद से इन बैंकों के विलय की घोषणा की थी। तब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि इस विलय के बाद देश में सरकारी बैंकों की संख्या 12 रह जाएगी। 2017 में देश में सरकारी बैंकों की संख्या 27 थी। इससे पहले देना बैंक और विजया बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय हुआ था।

सरकार की तरफ से नोटिफिकेशन जारी होने के बाद संबंधित बैंक के बोर्ड मेंबर की बैठक होगी और कस्टमर को इसके बारे में अंतिम जानकारी दी जाएगी। साथ ही मर्जर के लिए स्वाइप रेशियो पर भी विचार होगा। यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर अशोक कुमार प्रधान ने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस सप्ताह ही मर्जर की दिशा में बात आगे बढ़ेगी।

मर्जर के दौरान बैंकों को इस बात का ध्यान रखना होगा कि छोटे शेयरहोल्डर्स को किसी तरह का नुकसान ना हो। मर्ज होनेवाले बैंकों की वैल्यू चालू वित्त वर्ष में पहली छमाही के नतीजे के आधार पर तय की जाएगी। मोदी सरकार ने 30 अगस्त 2019 को 10 बैंकों के मर्जर की घोषणा की थी।