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कोरोना ने किया उद्योग जगत को परेशान – RBI दे सकती है राहत

Coronavirus India Update - वित्त मंत्रालय और RBI की कर्ज सस्ता करने की योजना।

कोरोना वायरस ने उद्योग जगत के लिए भी मुश्किलें बढ़ा दी है। उद्योग जगत को राहत नहीं मिली तो इसका बहुत बुरा परिणाम लम्बे समय तक रह सकता है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए वित्त मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) भारतीय उद्योग जगत को कोरोना संकट से उबारने के लिए कर्ज सस्ता करने की योजना बना रहे हैं।
समाचार एजेंसियों से प्राप्त ख़बरों के अनुसार वित्त मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से भारतीय उद्योग जगत को कोरोना संकट से उबारने के लिए जल्द ही सस्ता कर्ज देने का का ऐलान किया जा सकता है। ज्ञात हो कि कोरोना संकट के सामने आते ही वित्त मंत्रालय ने इससे उपजी समस्याओं से  निपटने के लिए सभी संबंधित मंत्रालयों के साथ बैठक की थी।

MSME को विशेष राहत

सरकार की तरफ से छोटे और मझोले उद्योग को विशेष राहत देने की कोशिश रहेगी, खासतौर पर उन  छोटे और मझोले उद्योगों को जो खास तौर पर चीन के ऊपर निर्भर हैं यानी वहीं के कच्चे माल के आधार पर बने उत्पादों पर चलती हैं, उनके लिए सस्ते कर्ज की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही उन कंपनियों को पहले से दिए गए कर्ज मौजूदा कोरोना संकट के चलते एनपीए न हो जाए इसके लिए नियमों में ढील देने पर भी विचार चल रहा है।

फार्मा और ऑटो सेक्टर पर है ध्यान 

कोरोना ने फार्मा और ऑटो सेक्टर को भयानक क्षति पहुंचाई है। इसके बाबत नीति आयोग ने फार्मा और ऑटो सेक्टर के साथ  भी विचार विमर्श किया। बैठक में इस बारे में चर्चा की गई है कि उद्योग जगत को किस तरह से नकदी की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है। साथ ही सरकार के पास इससे निपटने के क्या क्या विकल्प खुले हैं। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री की तरफ से आने वाले दिनों में कारोबारियों की नकदी और उनके कर्ज को लेकर बड़े ऐलान हो सकते हैं।

कर्ज की दरों में होगी कटौती -RBI 

भारतीय रिजर्व बैंक उद्योग जगत कको राहत देने के वास्ते अपने कर्ज की दरों में और कटौती करने का विकल्प चुन सकता है।
कोरोना के देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर को रोकने के लिए कई विकल्पों पर विचार किये जा रहे हैं है। RBI ने कहा है कि साल 2008-09 के वैश्विक मंदी से लड़ने के दौर में जैसे प्रोत्साहन उद्योग जगत को दिए गए थे उसी तरह इस बार भी कर्ज की दरों में और कटौती करने का विकल्प हमारे सामने है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों को आपात स्थितियों से निपटने की तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए हैं।  साथ ही बैंकों को उद्योगों के अनुसार कर्ज के ताजा हालात से तैयार रहने को कहा है। गौरतलब है कि उद्योग जगत में किन उद्योगों का कितना कर्ज कोरोना से प्रभावित है और उस पर आने वाले दिनों में एनपीए होने का कितना खतरा है, इसकी भी सूचि तैयार करने के  निर्देश जारी हुए हैं। विदित हो कि सभी चीजों के आंकलन के बाद सरकार और रिजर्व बैंक जल्दी ही अपना विशेष  कदम उठाएगा जिससे  उद्योग जगत को राहत की उम्मीद है।