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कोरोना वायरस: वेदेशों में बढ़ी कच्ची हल्दी की मांग

कच्ची हल्दी की 300 प्रतिशत की मांग बढ़ी है।

कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में खौफ बना रखा है। लोगों ने घर से बाहर निकलना बंद कर दिया है। स्कूल-कॉलेजे बंद हो गए हैं। सरकारी दफ्तर बंद हो गए है। लोग कोरोना से बचने के लिए तरह तरह के उपाए तलाश रहे हैं। बाजारों में स्वास्थ्य को ले कर अच्छी चीजों की बिक्री बढ़ गई है।

कोरोना वायरस के कारण विदेशों में भारतीय हल्दी की मांग बढ़ गई है। क्यूंकि हल्दी में औषधि गुण होते हैं। हल्दी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढाती है। विदेशों से बहुत ज्यादा हल्दी की मांग आ रही है। बाजारों में हल्दी की डिमांड में इजाफा हुआ है। साथ ही फलों और सब्जियों में भी बिक्री बढ़ी है।

हल्दी की 300 प्रतिशत तक बढ़ी मांग 

हल्दी को गर्म दूध में डाल कर पिने से इंसान अन्दर से मजबूत बनता है। रोगों से लड़ने की क्षमता बढती है। बदन में दर्द या कहीं चोट लगने पर भी हल्दी जल्दी ठीक होने में काम करती है। कोरोना के चलते हल्दी की माग तो बढ़ी ही है लेकिन फलों और सब्जियों की मांग भी 15 प्रतिशत तक बढ़ी है।

केबी एक्सपर्ट ने बताया की कच्ची हल्दी की 300 प्रतिशत की मांग बढ़ी है। लेकिन निर्यातकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। क्यूंकि कोरोना वायरस के कारण फ्लाइट रद्द हो गई हैं। जिसके कारण व्यापार सख्ते में आ गया है। एक्सपर्ट ने बताया की ब्रिटेन और जर्मनी से हल्दी की ज्यादा मांग आ रही है।

मुंबई के सब्जियों और फलों के व्यापारियों ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण विदेशों में कच्ची हल्दी की मांग बहुत ज्यादा बढ़ी है। व्यपारियों ने बताया नवम्बर से जनवरी तक हल्दी की फसल की कटाई होती है। इसी दौरान प्रतिदिन 3 से 4 टन हल्दी का निर्यात होता है। फरवरी महीने के अंत तक मांग बहुत ज्यादा कम हो जाती है। लेकिन इस बार अचानक हल्दी की मांग में बहुत ज्यादा तेजी आई है।